controversial statement of former minister Chandrashekhar:पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के हिन्दू देवी देवताओं पर विवादित बयान से देश में भर में उबाल,बताया यह राजद का एजेंडा है

controversial statement of former minister Chandrashekhar: 'जो धर्म इंसान को अछूत और जानवरों को भगवान बनाता है, वह अधर्मी और पाखंडी है। कुत्ता भैरव भगवान होता है। नाग देवता होता है,जिसके डंसने से इंसान मर जाता है।'...

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चंद्रशेखर के विवादित पर सियासी उबाल- फोटो : social Media

controversial statement of former minister Chandrashekhar: अपने बयानों को लेकर बिहार के पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर प्राय: चर्चा में रहते हैं. एक बार फिर उन्होंने ऐसा बयान दिया है जो राजनीति का मुद्दा बन गया है. रामचरितमानस पर प्रश्न खड़ा करने वाले पूर्व शिक्षा मंत्री ने अब सनातन धर्म पर सवाल खड़ा कर सियासी बवाल खड़ा कर दिया है। लालू यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल के वरिष्ठ नेता चंद्रशेखर ने मधेपुरा में एक प्रेस वार्ता कर कहा कि तेजस्वी और राजद के मिशन का खुलासा करते हुए कहा कि  इंसान अछूत होता है, लेकिन कुत्ता भैरव भगवान होता है। नाग देवता होता है,जिसके डंसने से इंसान मर जाता है। उल्लू लक्ष्मी माता की सवारी बनता है, लेकिन इंसान अछूत रहता है।जो धर्म इंसान को अछूत और जानवरों को भगवान बनाता है, वह अधर्मी और पाखंडी है। 

चंद्रशेखर ने स्पष्ट किया कि जानवरों का सम्मान होना चाहिए क्योंकि वे भी जीव हैं। लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि ऐसा धर्म जो इंसान को अछूत मानता है और जानवरों को पूजनीय बनाता है, वह अधर्मी और पाखंडी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कुत्ते को भैरव भगवान माना जाता है इसी तरह से नाग देवता और उल्लू जैसे जीवों को भी विशेष स्थान दिया जाता है।प्रो. चंद्रशेखर ने राजद और समाजवादियों के लक्ष्य की बात करते हुए कहा कि उनकी पार्टी इस सामाजिक कुरीति के खिलाफ अभियान जारी रखेगी।

इस पर जदयू ने करारा हमला करते हुए पूछा है कि" आमजन के भावना को आहत पहुँचा कर, इस तरह के मिशन से क्या प्राप्त होगा..??" जदयू राज्य कार्यकारिणी के सदस्य निखिल मंडल ने  पूर्व शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर पर करारा हमला करते हुए सोशल मीडिया के एक्स पर लिखा है कि रामचरित्रमानस कों कूड़ा बताने वाले #राजद के विधायक श्री चन्द्रशेखर जी के ताजा बयान के अनुसार हिंदू धर्म में जिन चीजों को मान्यता मिली है। सदियों से जिस मान्यता को हम पूजते है, उसे मिटाना राजद का #मिशन है।मैं पूछना चाहता हूँ आदरणीय @laluprasadrjd जी से, भाई  @yadavtejashwi जी से और राजद के तमाम नेतागण से कि आमजन के भावना को आहत पहुँचा कर, इस तरह के मिशन से क्या प्राप्त होगा..??"

बता दें यह पहली बार नहीं है जब प्रो. चंद्रशेखर ने धार्मिक ग्रंथों पर टिप्पणी की है। इससे पहले भी उन्होंने रामचरितमानस और मनुस्मृति जैसी किताबों पर नकारात्मक टिप्पणियाँ की थीं,जिन्हें उन्होंने समाज में विभाजन और नफरत फैलाने वाला बताया था। इससे पहले चंद्रशेखर ने कहा था कि रामचरितमानस में पोटेशियम साइनाइड है। यह पोटेशियम साइनाइड रहेगा, तब तक मैं इसका विरोध जारी रखूंगा। इसके साथ ही उन्होंने रामचरितमानस के अरण्य कांड की एक चौपाई सुनाई- पूजहि विप्र सकल गुण हीना, शूद्र न पूजहु वेद प्रवीणा और सवाल किया कि क्या गुण हीन विप्र पूजनीय हैं और गुण युक्त शूद्र वेद के जानकार होने पर भी पूजनीय नहीं हैं? इतना हीं नहीं उन्होंने मोहम्मद साहब को मर्यादा पुरुषोत्तम कहकर संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि जब दुनिया में शैतानियत बढ़ गई, ईमान खत्म हो गया, बेईमान और शैतान ज्यादा हो गए तो मध्य एशिया के इलाके में ईश्वर ने ईमान लाने के लिए मर्यादा पुरुषोत्तम मोहम्मद साहब को पैदा किया। इसपर तब जमकर बवाल हुआ था।

बहरहाल पूर्व शिक्षा मंत्री के ताजा बयान पर सियासी उबाल आना शुरु हो गया है। विपक्षियों के अनुसार चंद्रशेखर ने राजद और तेजस्वी के मिशन का खुलासा कर दिया है। 


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