Bihar Police: राजधानी बनेगी ‘क्राइम-क्लीन ज़ोन’ यूपी निवासी इंस्पेक्टर को लाया गया पटना, संभालेंगे विधि व्यवस्था होगा अपराधियों से मुकाबला! जानिए अबतक का सफरनामा
N4N डेस्क:पटना में जुर्म का खेल अब नहीं चलेगा, बिहार पुलिस मुख्यालय ने गैंगवार, फिरौती, लूट और हत्या जैसे संगीन जुर्म पर लगाम कसने के लिए ‘ऑपरेशन क्राइम-कंट्रोल’ की शुरुआत करते हुए 11 तेज-तर्रार पुलिस इंस्पेक्टरों की पोस्टिंग राजधानी में की है। इस तबादले के बाद अपराधियों और उनके संरक्षकों के बीच खलबली मची है।पटना एसएसपी के विशेष आग्रह पर मुख्यालय ने यह कदम उठाया है। एसएसपी ने एक पत्र भेजकर राजधानी की बिगड़ती विधि-व्यवस्था और बढ़ते संगठित अपराध पर चिंता जताई थी, जिसमें उन्होंने मांगा था – "ऐसे अफसर जो फील्ड में एक्शन में दिखें, न कि सिर्फ फाइलों में".
पुलिस मुख्यालय ने इस आग्रह को गंभीरता से लेते हुए तुरंत निर्णय लिया और "माफिया-परस्त सिस्टम" को तोड़ने की रणनीति के तहत यह फेरबदल कर दिया गया।राजधानी में बीते महीनों में गैंगवार, सुपारी किलिंग, और पुलिस पर हमलों की घटनाएं पुलिस की साख पर सवाल खड़े कर रही थीं। अब पटना में पोस्टिंग पाए अफसर ‘ऑपरेशन सफ़ाया’ के तहत काम करेंगे–जिसमें गैंग-लॉर्ड्स की कुंडली खोली जाएगी, काली कमाई पर वार किया जाएगा, और अपराध के नेटवर्क को तहस-नहस किया जाएगा।
थानों में मिलेगा मज़बूत नेतृत्व, जो अपराध पर ‘सीधा प्रहार’ करेगा।गैंग और अपराध सिंडिकेट पर टारगेटेड कार्रवाई होगी।पुलिस और खुफिया तंत्र के बीच समन्वय बेहतर होगा।पुलिस मुख्यालय के एक अधिकारी ने कहा, "ये तबादले कोई साधारण प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि ‘गैंग्स ऑफ पटना’ को नेस्तनाबूद करने की तैयारी है। अब वर्दी सिर्फ वर्दी नहीं, हथियार बनेगी।”संकेत साफ है कि अब पटना की सड़कें किसी के ‘बाप की जागीर’ नहीं रहने वालीं। कानून का डंडा चलेगा, और गुनाहगार सलाखों के पीछे होंगे। अगले कुछ हफ्ते तय करेंगे कि पटना ‘अपराध का अखाड़ा’ रहेगा या ‘कानून का किला’ बनेगा!
बिहार पुलिस मुख्यालय के कार्मिक एवं कल्याण प्रभाग द्वारा जारी आदेश में सूबे के विभिन्न जिलों में तैनात रहे 11 पुलिस इंस्पेक्टरों को पटना बुलाया गया है. इसमें एक नाम है जन्मजेय राय जो मूल रूप से पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश के निवासी है. वर्त्तमान में मिठनपुरा थाना मुजफ्फरपुर में बतौर थानेदार तैनात है. इन्हें भी पटना बुलाया गया है. अबतक के अपने कार्यकाल में अपराध पर ‘सीधा प्रहार’ करने खातिर विख्यात रहे जन्मजेय तब चर्चा में आये थे जब ये वर्ष 2018 में भोजपुर जिले में तैनात थे.बतौर पीरों थानेदार आरा, पटना, बक्सर एवं रोहतास जिले सहित कई जिलों में कुख्यात हीरो का नाम अपराध की दुनिया में काफी तेजी से बढ़ गया था. व्यवसायी वर्ग, धनाढ्य वर्ग, कोचिंग संचालक आदि हीरो के नाम से थर्राने लगे थे.हीरो के एनकाउंटर के बाद पुलिस के सामने वैसे नाम भी उजागर हुए जिन्होंने रंगदारी मांगने की बात स्वीकारी थी. कुख्यात के ढेर होने के बाद जनता ने तब भोजपुर पुलिस को “थैंक यू” कहा था.
नाम मनीष उर्फ हीरो, काम- रंगदारी के लिए किसी को भी मौत के घाट उतार देना और गोलियों से भून डालना. मनीष मूल रूप से भोजपुर जिले के ही बड़हरा थाना के बिन्दटोली का रहने वाला था.कुछ ऐसा ही था भोजपुर पुलिस और एसटीएफ की गोलियों का शिकार बने मनीष की करतूत वर्ष 2018 के अगस्त महीने में पेशी के दौरान मनीष सिंह आरा कोर्ट परिसर से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. फरार होने के बाद हीरो कहर बन गया. उसने 20 सितंबर को शहर में लगातार फायरिंग की 3 वारदातों को अंजाम देकर दशहत फैला दी थी. इस दौरान हीरो ने बीजेपी नेता प्रेम पंकज के ट्रैक्टर शोरूम में एक कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी जिसके बाद से वो लगातार पुलिस के लिए सिरदर्द बना था. फिर इसने उसने 21 अक्टूबर को आरा के नगर थाना क्षेत्र के इब्राहिम नगर स्थित एक ईंट भट्ठे पर रंगदारी की मांग करते हुए भट्ठे के मुंशी को गोली मार जख्मी कर दिया था.बेहद कम समय में ही जिले में खौफ और आतंक का पर्याय बन गया.हीरो का नाम भोजपुर समेत आसपास के जिलों में बड़ी तेजी से फैल रहा था और उसके गैंग में नौजवान शामिल हो रहे थे.
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