Patna news - मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के अंतर्गत लाभुकों से 2500 रिश्वत लेने वाले माले नेता को ग्रामीणों ने पकड़ा, किया पुलिस के हवाले
Patna news -बिहार के मजदूरों के खाते में सीएम नीतीश कुमार द्वारा भेजे गए 5000 रुपए में अपनी हिस्सेदारी मांगने पहुंचे माले नेता। जिसके बाद ग्रामीण भड़क गए
Patna:- बिहार के पटना जिले के पालीगंज प्रखंड के नदहरी गांव में एक बड़ा भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के तहत, लाभार्थियों के खातों में ₹5,000 की राशि भेजी गई थी, लेकिन एक स्थानीय व्यक्ति, जो खुद को भाकपा माले का कार्यकर्ता बताता है, उनसे ₹2,500 की रिश्वत ले रहा था। यह राशि कमीशन के नाम पर वसूली जा रही थी। ग्रामीणों ने बताया कि आरोपी ने इस तरह से 100 से अधिक लोगों से पैसे लिए हैं।
ग्रामीणों के अनुसार, यह व्यक्ति दोबारा गांव में आया और लाभार्थियों से पैसे लेने लगा। इसी दौरान, सतर्क ग्रामीणों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। जब ग्रामीणों ने उससे पैसे वापस करने को कहा, तो उसने साफ इनकार कर दिया। इसके बाद, गुस्साए ग्रामीणों ने मिलकर हंगामा किया और आरोपी को घेर लिया। ग्रामीणों ने इस मामले की जानकारी सिंगोड़ी पुलिस थाने को दी।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। ग्रामीणों ने आरोपी को पुलिस के सुपुर्द कर दिया। पुलिस अब आरोपी से पूछताछ कर रही है और मामले की जांच में जुटी है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि सरकारी योजनाओं का लाभ सीधे गरीबों तक पहुंचने में किस तरह की बाधाएं आती हैं। यह मामला प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि पात्र लाभार्थियों को उनका हक मिले।
इसी तरह की एक अन्य घटना जमुई जिले में सामने आई है, जहां नकली नोटों का रैकेट पकड़ा गया है। जमुई पुलिस ने गिधौर बाजार से दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। ये दोनों ₹500 के नकली नोटों को बाजार में चलाने की कोशिश कर रहे थे। एक दुकानदार की सूचना पर गिधौर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की और दोनों आरोपियों को धर दबोचा। गिरफ्तार व्यक्तियों की पहचान सुमन कुमार सुधाकर और रविंद्र कुमार सिंह के रूप में हुई है, जो मुंगेर जिले के रहने वाले हैं।
सदर एसडीपीओ सतीश सुमन ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस को संदेह है कि इसके पीछे एक बड़ा रैकेट काम कर रहा है। उनका उद्देश्य इस रैकेट के वितरकों और नकली नोटों के स्रोत का पता लगाना है। इन दोनों घटनाओं से यह साफ होता है कि बिहार के अलग-अलग हिस्सों में किस तरह के गैर-कानूनी और भ्रष्ट काम हो रहे हैं, जिनके खिलाफ पुलिस और स्थानीय लोग मिलकर कार्रवाई कर रहे हैं।
Reported by -Amlesh kumar Patna