शिकायत दर्ज कराने थाना पहुंचे युवक के साथ पुलिसिया ज्यादती ! दारोगा पर गंभीर आरोप, लखीसराय SP से लगाई गुहार

बड़हिया थाना क्षेत्र अंतर्गत दरियापुर निवासी गुलशन कुमार ने थाना के एक दारोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक लखीसराय को लिखित शिकायत दी है।

Barhiya police station- फोटो : news4nation

Bihar News : बिहार के लखीसराय जिले के बड़हिया थाना में न्याय की गुहार लगाने पहुंचे एक युवक के साथ कथित पुलिसिया ज्यादती का मामला सामने आया है। यह मामला बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी द्वारा राज्य में “पीपुल फ्रेंडली पुलिसिंग” के किए जा रहे दावों के ठीक उलट तस्वीर पेश करता है। वहीं, डीजीपी विनय कुमार द्वारा पहले भी पुलिसकर्मियों से जनहित में संवेदनशील और सेवा भाव से काम करने की अपील की जा चुकी है, लेकिन जमीनी स्तर पर इसका कोई खास असर नजर नहीं आ रहा है।


बड़हिया थाना क्षेत्र अंतर्गत दरियापुर निवासी गुलशन कुमार ने थाना के एक दारोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस अधीक्षक लखीसराय को लिखित शिकायत दी है। इस घटना ने एक बार फिर बिहार में पुलिस की कार्यशैली और जवाबदेही पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पीड़ित गुलशन कुमार के अनुसार, 22 दिसंबर 2025 की शाम करीब 6:30 बजे वह पड़ोसियों से हुए विवाद और लगातार मिल रही धमकियों से परेशान होकर बड़हिया थाना पहुंचा था। उसने पूरे मामले को लेकर लिखित आवेदन दिया और सनहा दर्ज करने का अनुरोध किया। आरोप है कि आवेदन लेने के बावजूद पुलिस पदाधिकारी ने न तो कोई कार्रवाई की और न ही उसे कोई रसीद दी।


शिकायत में गुलशन ने आरोप लगाया है कि जब उसने अपने आवेदन की प्रति सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल से फोटो लिया, तो संबंधित दरोगा भड़क गया। आरोप है कि दारोगा ने गाली-गलौज करते हुए आरोपी पक्ष की मौजूदगी में उसके साथ मारपीट की। इसके बाद युवक को करीब चार से पांच घंटे तक थाना परिसर में बैठाकर रखा गया। पीड़ित का यह भी दावा है कि इस दौरान उसका मोबाइल फोन लेकर उसमें मौजूद पुराने फोटो जबरन डिलीट करवा दिए गए। साथ ही उसे झूठे मुकदमे में फंसाकर जेल भेजने की धमकी दी गई। देर रात ठंड के बीच उससे सादे कागज पर जबरन हस्ताक्षर भी करवा लिए गए।


गुलशन कुमार ने कहा है कि पूरी घटना थाना परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरों में रिकॉर्ड हुई होगी, जिसकी जांच से सच्चाई सामने आ सकती है। उसने मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषी पुलिस पदाधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि वे शाम 7 बजे थाना पहुचे थे और उन्हें रात 11- 12 के बीच वहां से जाने दिया गया।

कमलेश की रिपोर्ट