'वोटबंदी' के खिलाफ राहुल-तेजस्वी ने सड़क पर उतरकर किया चक्का जाम, कांग्रेस-राजद कर रही मोदी-नीतीश का नींद उड़ाने वाला काम
राजद कांग्रेस की ओर से वोटर वेरिफिकेशन को वोटबंदी करार दिए जाने के बाद राहुल गांधी और तेजस्वी यादव बिहार बंद को सफल बनाने के लिए खुद सड़क पर उतरे हैं.
Bihar Band: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले विशेष गहन मतदाता सूची पुनरीक्षण (SIR) कराने के चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ विपक्ष के इंडिया गठबंधन ने बुधवार को पटना सहित पूरे बिहार में अपनी ताकत दिखाई है. पटना में 'वोटबंदी' के खिलाफ राहुल गांधी और तेजस्वी यादव खुद सड़क पर उतरकर मोर्चा संभाले हुए हैं. राहुल-तेजस्वी के साथ ही इंडिया गठबंधन के सभी प्रमुख नेता एक रथ पर सवार होकर पटना के आयकर गोलम्बर से रवाना हुए. उनका काफिला प्रमुख मार्गों से होते हुए निर्वाचन आयोग के कार्यालय तक जाएगा.
बंद के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन के नेता आयकर गोलंबर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय तक विरोध मार्च निकालकर और कार्यालय का घेराव कर रहे हैं। उनका कहना है कि मतदाता पुनरीक्षण की यह प्रक्रिया विधानसभा चुनाव के बाद करवाई जानी चाहिए, ताकि इसका कोई राजनीतिक दुरुपयोग न हो सके। प्रदर्शन में कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंकी है. हजारों की संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता पटना की सड़कों पर पार्टी का झंडा लेकर उतरे और अपने नेता राहुल गांधी के साथ प्रदर्शन में आवाज बुलंद करने का काम किया.
संकट में राहुल करते हैं संघर्ष
बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम कहा कि "जब-जब देश पर संकट आया, राहुल गांधी सड़कों पर संघर्ष करते दिखे हैं। आज देश के लोकतंत्र पर संकट है — वोटबंदी की साजिश सामने है। हम इसका पुरजोर विरोध कर रहे हैं, और राहुल गांधी खुद इस लड़ाई में हमारे साथ खड़े होने आ रहे हैं। ये सिर्फ एक आंदोलन नहीं, जनता के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा का संकल्प है।"
पोस्टरों से पटा पटना
राहुल गाँधी के पटना आगमन के पूर्व कांग्रेस ने शहर के प्रमुख चौक चौराहों को राहुल गाँधी की तस्वीरों वाले पोस्टरों से पाट दिया है। सेन्ट्रल पटना में इस बंद के कारण तेजस्वी यादव और राहुल गांधी के प्रदर्शन से आम लोगों को डाकबंगला चौराहा, कोतवाली, आयकर गोलम्बर, बेली रोड, विधानसभा आदि जाने वाली सड़कों पर परेशनी हो सकती है. गठबंधन का तर्क है कि जिन 11 दस्तावेजों की मांग की जा रही है, वे आम गरीब नागरिकों के पास नहीं हैं। इससे करोड़ों लोगों के नाम मतदाता सूची से हटने का खतरा है, जो लोकतांत्रिक अधिकारों का सीधा हनन है।
सचिवालय में ट्रेन रोककर प्रदर्शन
कांगेस सहित विपक्ष के सभी दलों की ओर से बुधवार को बिहार बंद बुलाया गया है. पटना में पूर्णिया सांसद पप्पू यादव की मौजूदगी में कांग्रेस सहित विपक्ष के कार्यकर्ताओं ने सचिवालय रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोककर प्रदर्शन किया. पप्पू यादव ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि करोड़ों मतदाताओं के खिलाफ साजिश की गई है. वोटर वेरिफिकेशन के नाम पर वोटरों का नाम मतदाता सूची से निकालने की साजिश की गई है. इस दौरान ट्रेन रोककर किये गए प्रदर्शन के कारण ट्रेनों की आवाजाही प्रभावित हुई.