Rajgir Ropeway Reopens: राजगीर की वादियों में फिर गूंजेगा रोमांच का अनुभव! पर्यटन में फिर लौटेगी रौनक, दोबारा से शुरू होने जा रहा है फेमस केबिन रोपवे
राजगीर का प्रसिद्ध केबिन रोपवे 17 अप्रैल 2025 से दोबारा शुरू हो रहा है। मरम्मत के बाद अब यह पर्यटकों के लिए रोमांचकारी सफर और शानदार नज़ारों का अवसर देगा। जानिए पूरी जानकारी।

Rajgir Ropeway Reopens: बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से एक राजगीर एक बार फिर से पर्यटकों के बीच चर्चा का केंद्र बन गया है। राजगीर रोपवे, जो तकनीकी मरम्मत के कारण 9 अप्रैल 2025 से बंद था, अब 17 अप्रैल 2025 से दोबारा शुरू किया जा रहा है। इस घोषणा ने स्थानीय व्यवसायियों और देशभर के पर्यटकों को खुश कर दिया है।
रोपवे के प्रबंधक दीपक कुमार ने जानकारी दी कि सभी सुरक्षा मानकों और तकनीकी जांच के बाद इसे फिर से चालू किया जा रहा है। गर्मी की छुट्टियों में जब पर्यटक भारी संख्या में राजगीर का रुख करते हैं, ऐसे समय में यह सेवा फिर से बहाल होना पर्यटन को नई रफ्तार देगा।
राजगीर रोपवे भारत का सबसे पुराना
राजगीर का केबिन रोपवे देश का सबसे पुराना रोपवे है। इसका निर्माण वर्ष 1969 में हुआ था और तब से यह लाखों पर्यटकों को राजगीर की पहाड़ियों और बौद्ध स्थलों तक हवाई मार्ग से पहुंचाने का काम कर रहा है। यह रोपवे विशेष रूप से पर्यटकों को विश्व शांति स्तूप तक ले जाने के लिए प्रसिद्ध है, जो एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है।इसका खुला केबिन ढांचा, हरे-भरे जंगलों के बीच से गुजरता रोमांचकारी रास्ता, और ऊपर से दिखता राजगीर घाटी का मनोहारी दृश्य, इसे पर्यटकों के लिए एक यादगार यात्रा बनाता है।
मेंटेनेंस के बाद नई ऊर्जा के साथ तैयार है रोपवे सेवा
9 अप्रैल को रोपवे को रखरखाव और तकनीकी जांच के लिए अस्थायी रूप से बंद किया गया था। इस दौरान केबल्स, केबिन्स, नियंत्रण प्रणाली और सुरक्षा उपकरणों की गहन जांच की गई। अब इसकी सभी तकनीकी जांचें पूरी कर ली गई हैं और इसे पर्यटकों की सुरक्षा के अनुरूप दोबारा सेवा में लाया जा रहा है।इसमें नई सुरक्षा सतर्कता प्रणाली, बेहतर टिकट प्रबंधन व्यवस्था और प्रशिक्षित संचालन स्टाफ की नियुक्ति भी की गई है ताकि यात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।
स्थानीय व्यापारियों और गाइड्स में लौटी मुस्कान
रोपवे सेवा के ठप होने से जहां पर्यटन प्रभावित हुआ था, वहीं आसपास के होटल व्यवसायियों, दुकानदारों और गाइड्स की आमदनी पर भी असर पड़ा था। लेकिन अब जब यह सेवा दोबारा शुरू होने जा रही है, तो स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी इससे एक नई ऊर्जा मिलेगी।गर्मियों में विशेषकर मई-जून की छुट्टियों में जब हजारों की संख्या में सैलानी राजगीर आते हैं, तब रोपवे की यह सेवा उन्हें सुविधा और रोमांच दोनों प्रदान करेगी।
पर्यटकों के लिए विशेष निर्देश और सुझाव
राजगीर प्रशासन ने पर्यटकों से अनुरोध किया है कि वे रोपवे यात्रा के दौरान दिए गए सुरक्षा दिशा-निर्देशों का पालन करें। टिकट लेने से लेकर केबिन में चढ़ने तक लाइन में खड़ा रहना, वजन सीमा का ध्यान रखना और कैबिन में उछल-कूद या छेड़छाड़ से बचना अनिवार्य है।पर्यटकों को सलाह दी जाती है कि वे रोपवे यात्रा के दौरान अपने मोबाइल फोन, कैमरा और अन्य कीमती सामान को सुरक्षित रखें, और बेहतर अनुभव के लिए सुबह के समय यात्रा करना सर्वोत्तम रहेगा।
राजगीर की वादियों में फिर गूंजेगा रोमांच का अनुभव
राजगीर रोपवे का पुनः संचालन न केवल एक तकनीकी उपलब्धि है, बल्कि यह इस बात का प्रमाण है कि राज्य सरकार और पर्यटन विभाग पर्यटन को सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। पर्यटकों के लिए यह एक बार फिर से राजगीर की हरी-भरी पहाड़ियों, ऐतिहासिक स्थलों और बौद्ध धरोहरों के अद्वितीय अनुभव का मार्ग प्रशस्त करेगा।