Tejashwi Yadav attacks Nitish: तेजस्वी यादव का नीतीश पर जोरदार हमला! 20 साल की सरकार पर उठाया सवाल

Tejashwi Yadav attacks Nitish: वोटर अधिकार यात्रा में तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार को अचेत बताते हुए 20 साल की खटारा सरकार हटाने का आह्वान किया और भ्रष्टाचार व अपराध पर हमला बोला।

Tejashwi Yadav attacks Nitish

Tejashwi Yadav attacks Nitish:  वोटर अधिकार यात्रा के दौरान जब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और राजद नेता तेजस्वी यादव एक मंच पर आए, तो बिहार की राजनीति में हलचल तेज हो गई। तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार को सीधे निशाने पर लेते हुए कहा कि “अब समय आ गया है, बिहार को बदलने का। नीतीश कुमार के दिन लद चुके हैं, अब 20 साल की खटारा सरकार को हटाना होगा।”

तेजस्वी का यह बयान न सिर्फ सत्तारूढ़ जेडीयू-बीजेपी गठबंधन पर हमला था, बल्कि एक नए राजनीतिक नैरेटिव की ओर इशारा भी था पुरानी सोच बनाम नई सोच। उन्होंने कहा कि अब बिहार में वही सरकार बनेगी जो तेज़ रफ्तार से विकास करेगी और गरीब, किसान, मजदूर, छात्र, महिला और बुजुर्ग की असली आवाज बनेगी। यह भाषण उस समय आया है जब नीतीश कुमार पर अक्सर यह आरोप लगता रहा है कि वे अब पहले जैसे सक्रिय नहीं रहे। तेजस्वी ने इसी बिंदु पर प्रहार करते हुए उन्हें “अचेत अवस्था में” बताया और जनता से अपील की कि वे इस “पुरानी और जड़ हो चुकी सरकार” को उखाड़ फेंकें।

नरेंद्र मोदी और एनडीए पर सीधा प्रहार

तेजस्वी यादव ने सिर्फ नीतीश कुमार पर ही नहीं, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भी सीधा हमला बोला। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और एनडीए बिहारियों का नाम मतदाता सूची से हटाने की कोशिश कर रहे हैं।उन्होंने जनता से कहा कि आने वाले चुनाव में हर मतदाता अपने वोट का इस्तेमाल जरूर करे और इसका बदला ले। यह बयान बिहारी अस्मिता और वोट के अधिकार को जोड़ते हुए विपक्ष के लिए एक बड़ा चुनावी हथियार साबित हो सकता है।साथ ही, तेजस्वी ने एनडीए सरकार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्य में घूसखोरी चरम पर है। खासकर SIR की प्रक्रिया (जाति प्रमाण पत्र और आवास प्रमाण पत्र) में बड़े पैमाने पर रिश्वत ली जा रही है, जिससे करोड़ों का घोटाला कर नेताओं की तिजोरियां भरी जा रही हैं।

कानून-व्यवस्था पर गंभीर आरोप

तेजस्वी यादव ने बिहार की कानून-व्यवस्था को भी चुनावी मुद्दा बनाया। उन्होंने कहा कि राज्य में हर दिन हत्या, बलात्कार और गंभीर अपराध बढ़ रहे हैं।उन्होंने हाल ही में मुजफ्फरपुर में हुई रेप के बाद हत्या की घटना का जिक्र करते हुए इसे सरकार की नाकामी बताया और कहा कि इस सरकार में कोई भी सुरक्षित नहीं है।यह बयान सीधे तौर पर बिहार के उस तबके को प्रभावित करने वाला है जो अपराध और असुरक्षा से जूझ रहा है। तेजस्वी ने साफ शब्दों में जनता से अपील की कि वे बिहार में नई सोच और नई सरकार को मौका दें।

राहुल गांधी-तेजस्वी गठजोड़ का संदेश

इस मंच पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव का एक साथ आना सिर्फ चुनावी रणनीति नहीं, बल्कि महागठबंधन की एकजुटता का प्रदर्शन था।जहां राहुल गांधी “वोटर अधिकार यात्रा” के जरिए पूरे देश में वोटिंग अधिकार और चुनावी सुधार का मुद्दा उठा रहे हैं, वहीं तेजस्वी यादव ने इसे बिहार की स्थानीय राजनीति और अस्मिता से जोड़ दिया।यह संयोजन बीजेपी और जेडीयू के लिए सीधी चुनौती है, क्योंकि यह राष्ट्रीय और स्थानीय दोनों मुद्दों पर विपक्ष को मजबूत खड़ा करता है।