किसान को भगवान मानते हुए रामकृपाल यादव ने थामी कृषि विभाग की कमान, आमदनी बढ़ाने, सिस्टम पाक-साफ़ करने और खेतों को समृद्ध बनाने का किया वादा
Bihar Politics:पटना में आज कृषि विभाग की बागडोर आधिकारिक रूप से मंत्री रामकृपाल यादव ने संभाल लिया ।
Bihar Politics:पटना में आज कृषि विभाग की बागडोर आधिकारिक रूप से मंत्री रामकृपाल यादव ने संभाल लिया । विभागीय अधिकारियों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और पदभार ग्रहण के बाद माहौल पूरी तरह कामकाज और प्रतिबद्धता की ज़ुबान में बदल गया।रामकृपाल यादव ने अपनी पहली टिप्पणी में ही साफ़ कर दिया कि यह विभाग उनके लिए महज एक मंत्रालय नहीं, बल्कि राज्य की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। उन्होंने कहा कि वे सबसे पहले मुख्यमंत्री और नेतृत्व का आभार व्यक्त करते हैं, जिन्होंने उन्हें यह “बड़ी और पवित्र ज़िम्मेदारी” सौंपी है।
उन्होंने कहा कि बिहार की अर्थव्यवस्था में कृषि की भूमिका बुनियादी है और किसान की तरक्की ही प्रदेश की तरक्की का असल रास्ता है। उनका कहना था—“किसान की उत्पादन क्षमता बढ़े, खेत में पैदावार बढ़े और उनकी आमदनी दोगुनी-तिगुनी हो यही हमारी पहली प्राथमिकता है।”
रामकृपाल यादव ने केंद्र सरकार और राज्य सरकार की उन योजना पर जोर दिया जिन्हें वे तेज़ी से आगे बढ़ाना चाहते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री की परिकल्पना का हवाला देते हुए कहा कि “खुशहाल भारत के लिए मज़बूत किसान आवश्यक है”, और कृषि विकास ही बिहार के विकास की अनिवार्य शर्त है।
उन्होंने स्पष्ट कहा कि भ्रष्टाचार मुक्त कार्यशैली उनके मंत्रित्व की पहचान होगी। विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को विश्वास में लेकर, समन्वय और पारदर्शिता के साथ काम किया जाएगा।नीतीश कुमार द्वारा किसानों को “भगवान का स्वरूप” मानने का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अन्नदाता की खुशहाली ही सरकार की सर्वोच्च प्रतिबद्धता है।
नई जिम्मेदारी, नए संकल्प और खेतों में खुशहाली का वादा रामकृपाल यादव का संदेश साफ़ है कृषि मंत्रालय अब तेज़ी, तर्ज़ और तमीज़ के नए दौर में प्रवेश कर रहा है।
रिपोर्ट- नरोत्तम कुमार सिंह