Bihar News: किरायदारों को लगा बड़ा झटका ! अब नहीं कर सकेंगे ये काम, नए नियम से मचा हड़कंप
Bihar News: अगर आप भी किराए के मकान में रह रहे हैं तो आपके लिए बड़ी खबर है। आरबीआई के नए नियम के बाद फिनटेक कंपनियों ने अपने प्लेटफॉर्म पर रेंट पेमेंट सर्विस रोक दी है। जिससे किराएदारों को बड़ा झटका लगा है।
Bihar News: अगर आप भी किराएदार हैं और हर महीने फोन-पे, पेटीएम या क्रेड जैसी मोबाइल ऐप्स से क्रेडिट कार्ड के जरिए किराया भरते थे तो अब यह सुविधा बंद हो गई है। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने 15 सितंबर को जारी नए नियमों के बाद फिनटेक कंपनियों ने अपने प्लेटफॉर्म पर रेंट पेमेंट सर्विस रोक दी है।
क्यों बंद हुई सर्विस?
RBI के नए दिशानिर्देशों के मुताबिक, पेमेंट एग्रीगेटर (PA) और पेमेंट गेटवे (PG) सिर्फ उन्हीं व्यापारियों से लेन-देन कर सकते हैं, जिनसे उनका सीधा अनुबंध हो और जिनकी KYC प्रक्रिया पूरी हो चुकी हो। चूंकि अधिकांश मकान मालिक आधिकारिक तौर पर व्यापारी (Merchant) की तरह पंजीकृत नहीं होते, इसलिए ऐप्स के जरिए किराया भुगतान अब संभव नहीं होगा।
किसे होगा सबसे ज्यादा असर?
इस बदलाव का सबसे बड़ा झटका उन लोगों को लगेगा, जो किराया क्रेडिट कार्ड से देकर रिवॉर्ड प्वाइंट्स या कैशबैक कमाते थे। क्रेडिट कार्ड का ब्याज-मुक्त पीरियड इस्तेमाल कर महीने भर बाद भुगतान करते थे। अब उन्हें पुराने तरीके अपनाने होंगे जैसे सीधे बैंक ट्रांसफर या चेक से भुगतान।
पहले क्यों हुआ था लोकप्रिय?
क्रेडिट कार्ड से किराया चुकाने का चलन पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा था। किराएदारों को पॉइंट्स और कैशबैक मिलते थे। मकान मालिक को तुरंत भुगतान हो जाता था। क्रेडिट कार्ड यूजर्स को खर्च मैनेज करने में आसानी होती थी।
बैंकों और फिनटेक की रोक
RBI के सख्त रुख से पहले कई बैंकों ने भी इस पर लगाम लगानी शुरू कर दी थी। HDFC बैंक ने जून 2024 से किराया भुगतान पर 1% तक शुल्क लगाना शुरू किया। ICICI बैंक और SBI कार्ड्स ने किराया भुगतानों पर रिवॉर्ड प्वाइंट्स देना बंद कर दिया। मार्च 2024 से ही फोनपे, पेटीएम और अमेज़न पे जैसी ऐप्स ने यह सेवा रोक दी थी। हालांकि, कुछ ने अतिरिक्त KYC प्रक्रिया जोड़कर इसे अस्थायी रूप से फिर शुरू किया था।