Ritlal Yadav Surrender: रीतलाल यादव कोर्ट में सरेंडर के बाद 14 दिन के न्यायिक हिरासत में पहुंचे बेऊर जेल, इसी जेल में मौजूद हैं मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक अनंत सिंह
Ritlal Yadav Surrender: दानापुर कोर्ट में सरेंडर के बाद पटना पुलिस रीतलाल यादव को लेकर बेऊर जेल पहुंची है। रीतलाल यादव बेऊर जेल में 14 दिन के न्यायिक हिरासत में रहेंगे। मालूम हो कि मोकामा के बाहुबली पूर्व विधायक भी इसी जेल में बंद हैं.....

Ritlal Yadav Surrender: राजद नेता रीतलाल यादव ने गुरुवार को दानापुर कोर्ट में सरेंडर कर दिया। कोर्ट में सरेंडर के बाद पटना पुलिस रीतलाल यादव को लेकर पटना के बेऊर जेल पहुंची है। राजद विधायक 14 दिन के न्यायिक हिरासत में बेऊर जेल में रहेंगे। मालूम हो कि मोकामा के पूर्व बाहुबली विधायक अनंत सिंह भी बेऊर जेल में बंद है। मोकामा गोलीकांड के बाद अनंत सिंह ने बाढ़ कोर्ट में सरेंडर किया था। जिसके बाद उन्हें बेऊर जेल लाया गया था। अब रीतलाल यादव को भी बेऊर जेल लाया गया है। 14 दिनों के लिए राजद विधायक बेऊर जेल में रहेंगे।
बेऊर जेल में रीतलाल यादव
बता दें कि, 50 लाख रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी देने के मामले में नामजद आरोपी रीतलाल यादव ने गुरुवार को दानापुर कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उनके साथ उनके समर्थक चीकू यादव, पिंकू यादव और श्रवण यादव ने भी कोर्ट में आत्मसर्पण किया। कुल चार लोगों ने न्यायालय में आत्मसमर्पण किया है। राजद विधायक ने कोर्ट में प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि प्रशान उनको जान से मारना चाहती है।
रीतलाल यादव का खुलासा
रंगदारी और धमकी देने के मामले में नामजद किए गए राजद विधायक रीतलाल यादव ने खुद पर लगे आरोपों को साजिश करार दिया है। उन्होंने साफ कहा कि यह पूरा मामला जमीन विवाद से जुड़ा है और उन्हें बेवजह फंसाया जा रहा है। विधायक ने कहा कि जिन प्लॉट्स को लेकर विवाद हुआ है, उनमें से प्लॉट नंबर 36, 37, 40, 41 और 48 पहले ही बिल्डरों गौरव कुमार और राकेश कुमार द्वारा खरीदे जा चुके हैं। विवाद की असली जड़ प्लॉट नंबर 38 और 39 हैं, जहां पहले से गरीब तबके के लोग रह रहे हैं और वे अपनी जमीन किसी को देना नहीं चाहते थे।
धमकी, मारपीट और दबाव का आरोप
रीतलाल यादव ने दावा किया कि गरीब लोगों को जमीन खाली करने के लिए महिला के जरिए धमकी, बाउंसरों की मदद से डराया गया और आपराधिक तत्वों के साथ मिलकर उनके साथ मारपीट तक की गई। उन्होंने कहा कि इस पूरी घटना के वीडियो सबूत भी मौजूद हैं, जो प्रशासन के मांगने पर उपलब्ध कराए जा सकते हैं।
प्रशासन पर गंभीर आरोप
उन्होंने कहा कि उनके जान को खतरा है। उन्होंने कहा विरोधियोंं के द्वारा उनके ऊपर AK-47/AK-56 से हमला किया गया। प्रशासन ने विरोधियों से कहा कि रीतलाल यादव को जान से मार दो हम केस नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि, हमने अपनी जान के खतरे को देखते हुए प्राइवेट गार्ड को बढ़ाया तो पुलिस ने कहा कि आप प्राइवेट कार्ड नहीं रख सकते हैं। रीतलाल यादव ने कहा कि, जिस दिन मेरे घर पर छापेमारी हुई उस दिन प्रशासन बिल्डर के साथ मिलकर मुझे मारना चाह रही थी।