Bihar election - बिहार विधानससभा के इस सीट पर निर्दलीय लड़ रहे भाजपा के पूर्व सांसद के बेटे का राजद ने किया समर्थन, जानें क्यों लिया फैसला
Bihar election - राजद ने भाजपा के पूर्व सांसद के बेटे को निर्दलीय उम्मीदवार को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है।
Patna - बिहार विधानसभा चुनाव में 204 मोहनिया (अजा) विधानसभा क्षेत्र में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की अधिकृत उम्मीदवार श्वेता सुमन का नामांकन पत्र रद्द होने के बाद, राजद ने अब निर्दलीय उम्मीदवार रवि पासवान को अपना समर्थन देने का निर्णय लिया है। रवि पासवान सासाराम के पूर्व सांसद छेदी पासवान के पुत्र हैं। पार्टी प्रवक्ता चितरंजन गगन ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने जनता से रवि पासवान को महागठबंधन का उम्मीदवार मानकर मतदान करने की अपील की है।
मोहनिया सुरक्षित सीट के लिए कुल 17 अभ्यर्थियों ने नामांकन किया था, जिसकी जांच 21 अक्टूबर को की गई। जांच में अनिल कुमार, कामना, जयप्रकाश पासवान और सविता कुमारी के नामांकन पत्र त्रुटिपूर्ण पाए जाने पर रद्द कर दिए गए। श्वेता सुमन और गीता देवी के नामांकन पत्रों पर लगे आरोपों की जांच के लिए बुधवार का दिन निर्धारित था। जांच के बाद श्वेता सुमन का नामांकन रद्द हो गया, जबकि गीता देवी का नामांकन पत्र स्वीकार कर लिया गया। इस तरह, पाँच अभ्यर्थियों का नामांकन रद्द होने के बाद अब 12 उम्मीदवार चुनावी मैदान में रह गए हैं।
निर्वाची पदाधिकारी ने बताया कि नामांकन पत्रों की जांच भारत निर्वाचन आयोग की गाइडलाइन के अनुसार की गई। श्वेता सुमन का नामांकन रद्द होने का मुख्य कारण उनका अनुसूचित जाति (अजा) प्रमाण पत्र नियमानुकूल नहीं पाया जाना था। वहीं, अन्य उम्मीदवारों में, अनिल कुमार का फॉर्म ए और बी त्रुटिपूर्ण था, कामना का अजा प्रमाण पत्र नियमानुकूल नहीं था, जयप्रकाश पासवान ने जाति प्रमाण पत्र संलग्न नहीं किया था, और सविता कुमारी के फॉर्म दो में हस्ताक्षर नहीं थे।
इस राजनीतिक घटनाक्रम के बाद, राजद उम्मीदवार श्वेता सुमन ने अपने नामांकन रद्द होने को भाजपा की साजिश बताते हुए इस फैसले के खिलाफ कोर्ट जाने की बात कही है। दूसरी ओर, राजद द्वारा समर्थित रवि पासवान के पिता छेदी पासवान का लंबा राजनीतिक इतिहास रहा है। वह भाजपा के सांसद होने के साथ-साथ राजद और जदयू में भी रह चुके हैं और लालू प्रसाद तथा नीतीश कुमार की सरकारों में मंत्री भी बने थे।
चुनावी प्रक्रिया के अगले चरण में, गुरुवार को नाम वापसी की अंतिम तिथि निर्धारित है। दोपहर तीन बजे के बाद शेष बचे 12 अभ्यर्थियों को उनके चुनाव चिह्न आवंटित कर दिए जाएंगे, जिसके बाद मोहनिया सीट पर चुनावी मुकाबला स्पष्ट हो जाएगा। राजद का निर्दलीय उम्मीदवार को समर्थन देने का फैसला इस सीट के राजनीतिक समीकरणों को बदल सकता है।