Bihar Politics: शराबबंदी को लेकर सम्राट का तेजस्वी पर हमला, लेकिन निशाने पर आ गए सीएम नीतीश, जब कानून बनी तब किसकी सरकार थी? तब क्यों नहीं...

Bihar Politics: शराबबंदी कानून को लेकर सम्राट चौधरी ने सोमवार को नेताप्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर बड़ा बयान दिया लेकिन उनके इस बयान से निशाने पर सीधे सीएम नीतीश आ गए। सम्राट चौधरी ने सीएम नीतीश के नेतृत्व में रही महागठबंधन की सरकार पर कई सवाल खड़े किए.

Samrat Chaudhary
Samrat Chaudhary attack on Tejashwi yadav- फोटो : reporter

Bihar Politics: बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने सोमवार को शराबबंदी कानून को लेकर महागठबंधन की सरकार पर बड़ा हमला बोला। सम्राट चौधरी ने राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर जोरदार हमला बोला। लेकिन इस दौरान इशारों इशारों में सम्राट चौधरी के निशाने पर सीएम नीतीश भी आ गए। दरअसल, मीडियाकर्मियों ने सम्राट चौधरी से पूछा कि तेजस्वी यादव सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि नीतीश सरकार दलितों और शोषितों को परेशान करती है। शराबबंदी कानून के आड़ में पासी समाज के लोगों को जेल भेजने का काम किया गया है और जब उनकी सरकार(महागठबंधन) आएगी तो वो सभी जेल में बंद पासी समाज के लोगों को (जो ताड़ी बेचने के आरोप में जेल में बंद हैं) रिहा कर देंगे और बिहार में ताड़ी उद्योग लगाएंगे। जिसके जवाब में सम्राट चौधरी ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब शराबबंदी कानून लागू हो रही थी जब बिहार में किसकी सरकार थी। ये लोग पहले जेल भेजवाते हैं और फिर निकलवाने की ढोंग करते हैं।

पहले जेल भेजवाते हैं और फिर कहते हैं छुड़वा देंगे... 

डिप्टी सीएम ने कहा कि,लालू यादव का मतलब ही है अपराधी..लालू यादव का परिवार पहले कानून बना के जेल भेज देता है और बाद में कहता है कि छुड़वा देंगे। जिसके बाद सम्राट चौधरी ने बड़ा सवाल खड़ा किया उन्होंने कहा कि जब कानून बन रहा था तब विरोध क्यों नहीं किए। लालू यादव का परिवार कानून बनवाकर पासी समाज के लोगों को जेल भेजवाने का काम कर रहा है। सम्राट चौधरी ने कहा कि जब कानून बना तब यही लोग बैठे थे ना सरकार में...तब तेजस्वी यादव कुछ क्यों नहीं बोले..तेजस्वी यादव को दिक्कत था तो तभी बोलते...पहले जेल भेजवा दिए और अब कह रहे हैं कि जेल भेजे गए लोगों को छुड़वा लेंगे। 

जब कानून बनी तब किसकी सरकार थी...

गौरतलब हो कि, जब बिहार में शराब बंदी कानून लागू हुई थी तब महागठबंधन की सरकार थी। महागठबंधन सरकार के मुखिया नीतीश कुमार थे। तेजस्वी यादव डिप्टी सीएम थे। शराबबंदी कानून लागू हुई थी तब तेजस्वी यादव ना उनकी पार्टी ताड़ी को लेकर बनाए गए कानून का विरोध नहीं किया था। ना ही राजद की ओर से तब ये मांग की गई थी कि शराबबंदी कानून से ताड़ी बेचने को लेकर जो प्रावधान है उसे हटाया जाए। वहीं अब वर्तमान में बिहार में एनडीए की सरकार है और तेजस्वी यादव बीते दिन पासी समाज के द्वारा आयोजित रैली में शामिल हुए थे इस दौरान तेजस्वी यादव ने दावा किया कि जितने भी पासी समाज के लोग जो जेल में बंद हैं वो उन्हें वापस निकालेंगे और यही नहीं तेजस्वी ने यह भी दावा किया कि वे प्रदेश में ताड़ी अद्योग भी लगवाएंगे। तेजस्वी यादव के इसी बयान पर सम्राट चौधरी ने पलटवार किया है। 

सियासी हलचल तेज 

सम्राट चौधरी के इस बयान से सियासी हलचल तेज है। क्योंकि महागठबंधन की सरकार के मुखिया सीएम नीतीश थे और सीएम नीतीश के आदेश के बिना कोई कानून पारित नहीं होगा। ऐसे सम्राट चौधरी के निशाने पर सीएम नीतीश भी आ गए हैं। सम्राट चौधरी ने सीधे तौर पर कहा कि जब शराब बंदी कानून थी तो यही लोग तो सरकार में बैठे थे। सम्राट चौधरी ने इसके साथ ही ये भी इशारों इशारों में कहा कि बीजेपी का इससे कोई लेना देना नहीं है क्योंकि तब सरकार में जदयू और राजद थी। सम्राट चौधरी के इस बयान के कई मायने निकल रहे हैं। 

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