Smart Meter: स्मार्ट प्रीपेड मीटर उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर, जल्दी करा लें ये काम नहीं तो काटना पड़ेगा बिजली विभाग का चक्कर

Smart Meter: स्मार्ट प्रीपेड मीटर के उपभोक्ताओं के लिए बड़ी खबर सामने आ रही है। उपभोक्ताओं का जल्द से जल्द ये काम करना होगा नहीं तो बिजली विभाग उनके घर का कनेक्शन काट देगा।

Smart Meter
electricity connection will be disconnected- फोटो : social media

Smart Meter: यदि आपने अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर को पिछले तीन महीने से रिचार्ज नहीं कराया है, तो तुरंत रिचार्ज करें। ऐसा न करने पर बिजली कंपनी आपके बकाया फिक्स चार्ज की कटौती नहीं कर सकेगी। जानकारी अनुसार अगर आपके स्मार्ट मीटर में पिछले तीन महीने से शून्य बैलेंस है और फिक्स चार्ज बकाया है, तो रिचार्ज न करने पर चौथे महीने आपका बिजली कनेक्शन पोल से डिस्कनेक्ट कर दिया जाएगा। इसके बाद री-कनेक्शन के लिए कार्यालय के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं।

60 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के परिसर में लगे स्मार्ट मीटर 

बता दें कि, 60 लाख से अधिक उपभोक्ताओं के परिसर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगे हैं। अब तक 1.50 लाख उपभोक्ताओं के मीटर ऐसे चिन्हित किए गए हैं, जिनमें तीन महीने से रिचार्ज नहीं किया गया है। ऐसे उपभोक्ताओं को मैसेज और फोन कॉल के माध्यम से सूचित किया जा रहा है।

बिजली कंपनी द्वारा भेजे जा रहे संदेश

बिजली कंपनी के द्वारा सभी उपभोक्ताओं को मैसेज भेजा जा रहा है। विभाग मैसेज में भेज रहा है कि "प्रिय उपभोक्ता, आपका विद्युत कनेक्शन पिछले तीन महीने से रिचार्ज न होने के कारण कटा हुआ है। कृपया अगले 15 दिनों के भीतर रिचार्ज करवाएं, अन्यथा BESC, 2007 की धारा 7.6 के अनुसार आपका विद्युत संबंध स्थायी रूप से विच्छेद कर दिया जाएगा एवं बकाया की वसूली हेतु कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यदि आपने रिचार्ज कर लिया है, तो इस सूचना को अनदेखा करें। धन्यवाद। - SBPDCL"

बिजली कंपनी का निरीक्षण और कार्रवाई

वहीं यदि फोन पर जवाब नहीं मिलता तो बिजली कंपनी के कर्मचारी उपभोक्ता के परिसर में जाकर जांच करेंगे कि मीटर रिचार्ज क्यों नहीं हो रहा। यदि उपभोक्ता को बिजली की आवश्यकता नहीं है तो बकाया फिक्स चार्ज की वसूली के बाद कनेक्शन स्थायी रूप से काट दिया जाएगा।

पटना शहर में 5 करोड़ से अधिक फिक्स चार्ज बकाया

पटना इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई अंडरटेकिंग (PESU) क्षेत्र में करीब 7 लाख उपभोक्ता हैं। जिनमें से 6 लाख के परिसर में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा चुके हैं। इनमें से 5500 से अधिक उपभोक्ता पिछले तीन महीने से रिचार्ज नहीं कर रहे हैं। जिन पर 5 करोड़ से अधिक फिक्स चार्ज बकाया है।

बिजली चोरी के बढ़ते मामले

बिजली विभाग की जांच में 10-15% मामलों में बिजली चोरी पकड़ी जा रही है। कई उपभोक्ता मीटर को बायपास करने, टैंपरिंग या अन्य तरीकों से बिजली की चोरी कर रहे हैं। विभाग इस पर सख्त कार्रवाई कर रहा है। उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि किसी भी असुविधा से बचने के लिए समय पर अपने स्मार्ट प्रीपेड मीटर को रिचार्ज करें।

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