Bihar SIR Case:जब सुप्रीम कोर्ट ने दिखाया आइना तब जागे तेजस्वी, बोले- ड्राफ्ट वोटर लिस्ट में नाम जुड़वाने में जुट जाएं कार्यकर्ता
राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आखिरकार अपने कार्यकर्ताओं को सीधी हिदायत देते हुए वीडियो संदेश जारी किया है। तेजस्वी ने साफ शब्दों में कहा है कि किसी भी मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से गायब नहीं होना चाहिए,...
Bihar SIR Case:बिहार की राजनीति इन दिनों मतदाता सूची को लेकर उफान पर है। राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आखिरकार अपने कार्यकर्ताओं को सीधी हिदायत देते हुए वीडियो संदेश जारी किया है। तेजस्वी ने साफ शब्दों में कहा है कि किसी भी मतदाता का नाम वोटर लिस्ट से गायब नहीं होना चाहिए, यह आप सबकी जिम्मेदारी है। सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को स्पष्ट आदेश दिया है कि अब आपत्ति और दावा दाखिल करने में आधार कार्ड को भी वैध दस्तावेज माना जाएगा। यह विपक्ष के लिए बड़ी राहत मानी जा रही है। लेकिन हकीकत यह है कि सोमवार सुबह 10 बजे तक राजनीतिक दलों से सिर्फ 10 दावे और आपत्तियां ही मिली थीं, वो भी केवल सीपीआई-माले की तरफ से।
तेजस्वी इस वक्त वोटर अधिकार यात्रा पर निकले हुए हैं, जहां उनके साथ कांग्रेस के राहुल गांधी, सीपीआई-माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य और वीआईपी के नेता मुकेश सहनी जैसे महागठबंधन के तमाम बड़े चेहरे भी खड़े हैं। मगर सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी ने विपक्ष की चिंता और बढ़ा दी है। अदालत ने तीखे लहजे में पूछा था – “1.60 लाख से ऊपर बूथ लेवल एजेंट आखिर कर क्या रहे हैं? मतदाताओं की मदद करना तो इनकी जिम्मेदारी है।”
इसी पृष्ठभूमि में तेजस्वी ने कार्यकर्ताओं को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि हर हाल में कटे हुए नाम जुड़वाए जाएं और नए मतदाताओं का पंजीकरण सुनिश्चित हो। उन्होंने आरोप लगाया कि “चुनाव आयोग लगातार बेईमानी करने पर उतारू है, ऐसे में लोकतंत्र और संविधान की रक्षा करना हमारी पहली जिम्मेदारी है।”
चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैं कि भाजपा ने 53,338, राजद ने 47,506, जेडीयू ने 36,550 और कांग्रेस ने 17,549 बूथ लेवल एजेंट नियुक्त किए हैं। बावजूद इसके विपक्षी दलों की सक्रियता नगण्य है। आयोग को अब तक 1,40,931 वोटरों से सीधे आपत्ति और दावा मिला है, जबकि 3,79,692 नए मतदाताओं ने नाम जुड़वाने के लिए आवेदन किया है।
तेजस्वी ने अपने कार्यकर्ताओं से साफ कहा है “जहां यात्रा पूरी हो चुकी है, वहां पूरी ताकत से मतदाता सूची की गड़बड़ियां ठीक कराओ। जहां यात्रा चल रही है, वहां भी एक दिन निकालकर लोगों का नाम जुड़वाने में मदद करो। गरीब और नए मतदाताओं का नाम छूटना नहीं चाहिए।”