Bihar Politics: आखिरकार एक्शन में आए तेजस्वी, बिहार चुनाव में मिली करारी हार पर करेंगे मंथन, हारे प्रत्याशियों के साथ अहम बैठक

Bihar Politics: राजद की इतनी करारी हार क्यों हुई? राजद की तैयारियों में आखिर कहां कमी रह गई? इन सभी सवालों का जवाब अब खुद तेजस्वी यादव तशाल करेंगे...तेजस्वी आज से राजद के हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक करेंगे..

हारे प्रत्याशियों के साथ तेजस्वी की बैठक - फोटो : social media

Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद अब तेजस्वी यादव धीरे धीरे एक्शन में आ रहे हैं। कभी दिनों राबड़ी आवास में बंद रहने के बाद तेजस्वी यादव बीते दिन बाहर निकलें और अपने आवास पहुंचे। जिसके बाद तेजस्वी कई शादी समारोह में सम्मिलित हुए। वहीं तेजस्वी यादव अब राजद के हारे हुए प्रत्याशियों के साथ बैठक करने वाले हैं। तेजस्वी बिहार चुनाव में मिली करारी हार की समीक्षा करेंगे और इस बात की जानकारी हासिल करेंगे कि आखिर कहां कमी रह गई? 

तेजस्वी लेंगे बूथ-स्तर की रिपोर्ट और फीडबैक

जानकारी अनुसार नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव आज से 30 नवंबर तक पटना स्थित राजद कार्यालय में 119 हारी हुई सीटों की विस्तृत समीक्षा करेंगे। इस दौरान वे प्रत्याशियों, जिलाध्यक्षों और पार्टी के प्रधान महासचिवों के साथ प्रमंडलवार वन-टू-वन बैठक करेंगे। सूत्रों के अनुसार, तेजस्वी यादव प्रत्याशियों से बूथ-स्तर की रिपोर्ट, मतदान पैटर्न, विभिन्न सामाजिक वर्गों के वोट शेयर, सहयोगी दलों के प्रदर्शन और पूरी चुनावी रणनीति पर खुलकर फीडबैक लेंगे।

दो चरणों में चलेगी समीक्षा बैठक

चुनाव परिणाम के बाद उन्होंने सभी हारे प्रत्याशियों से भितरघातियों की सूची भी मांगी थी। अब वे यह समझना चाहते हैं कि हार की वजह संगठनात्मक कमजोरी थी, रणनीतिक गलती थी या स्थानीय स्तर पर तालमेल की कमी। समीक्षा प्रक्रिया दो चरणों में पूरी की जाएगी। पहला चरण 26 से 30 नवंबर तक चलेगा। इसके बाद 1 से 5 दिसंबर तक विधानमंडल सत्र के कारण बैठकें रोक दी जाएंगी। दूसरा चरण 6 से 9 दिसंबर तक आयोजित होगा। माना जा रहा है कि इन बैठकों के बाद संगठन में बड़े बदलाव और नई रणनीति पर ठोस फैसले हो सकते हैं।

पहले दिन मगध प्रमंडल के प्रत्याशी बुलाए गए

समीक्षा बैठक के पहले दिन मगध प्रमंडल के हारे उम्मीदवारों को बुलाया गया है। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद से तेजस्वी यादव ने मीडिया और पब्लिक अपीयरेंस से दूरी बना रखी थी। अब वे सीधे अपने प्रत्याशियों से बातचीत कर हार का असली कारण जानने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी समीक्षा के निष्कर्षों के आधार पर कठोर निर्णय भी ले सकते हैं।