Bihar Politics: तेजस्वी यादव के आवास पर महागठबंधन की बड़ी बैठक आज, 4 घंटे की मीटिंग में होंगे कई अहम फैसले, जानिए क्या रहेगा खास
Bihar Politics: नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के आवास पर आज महागठबंधन की अहम बैठक होनी है। बैठक सुबह 11 बजे से 3 बजे तक होगी। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए जाएंगे। पढ़िए आगे..
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटे महागठबंधन की शनिवार को एक महत्वपूर्ण बैठक पूर्व उपमुख्यमंत्री और नेताप्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के सरकारी आवास पर होगी। इस बैठक में घटक दलों के नेता आगामी साझा घोषणा-पत्र को अंतिम रूप देने पर विचार-विमर्श करेंगे। बैठक के एजेंडे में साझा घोषणा-पत्र सबसे अहम मुद्दा है। महागठबंधन के सामने चुनौती है कि ऐसा घोषणा-पत्र तैयार किया जाए जो सभी वर्गों और समुदायों को संतुष्ट कर सके।
इन मुद्दों पर होगी चर्चा
सूत्रों के मुताबिक, साझा घोषणा-पत्र में राजद और कांग्रेस के प्रमुख मुद्दों को वरीयता दी जाएगी। इनमें प्रत्यक्ष लाभ व नकदी हस्तांतरण की योजनाओं को खास तवज्जो मिलेगी, ताकि मतदाताओं को सीधे लाभ का भरोसा दिया जा सके। घोषणा-पत्र में शामिल संभावित वादों में ‘माई-बहिन मान योजना’ के तहत महिलाओं को मासिक ₹2500 देने, सामाजिक पेंशन को ₹1500 तक बढ़ाने, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, ₹500 में गैस सिलेंडर, भू-हदबंदी कानून को प्रभावी बनाने तथा निषाद समाज को अनुसूचित जाति में शामिल करने का आश्वासन शामिल है।
कोऑर्डिनेशन कमिटी की बैठक आज
मिली जानकारी अनुसार महागठबंधन की कोऑर्डिनेशन कमिटी (समन्वय समिति) की एक अहम बैठक में महागठबंधन के प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे। सूत्रों के मुताबिक यह बैठक सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक चलेगी। इसमें हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर गहन चर्चा की जाएगी और आगे की रणनीति तय की जाएगी। साथ ही आने वाले दिनों में महागठबंधन को और मजबूत करने, साझा कार्यक्रमों और आंदोलनों को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है। बैठक में यह तय किया जा सकता है कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के आलोक में महागठबंधन किस तरह की राजनीतिक रणनीति अपनाए। इसके अलावा, साझा घोषणा-पत्र, रैलियों और जनसभाओं की रूपरेखा को भी अंतिम रूप दिया जा सकता है।
पिछली बैठक में साझा आंदोलन पर बनी थी सहमति
यह तेजस्वी यादव की अध्यक्षता में महागठबंधन की पांचवीं बैठक होगी। पिछली बैठक 12 जून को हुई थी। जिसमें मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण के विरोध में साझा आंदोलन चलाने पर सहमति बनी थी। इसके तहत घटक दलों ने अपनी पसंद की सीटों की सूची राजद को सौंपने का भी फैसला किया था। उसी निर्णय के क्रम में हाल में महागठबंधन का पहला सम्मिलित आंदोलन भी हुआ।
महागठबंधन की अब तक की बैठकें
17 अप्रैल को पहली बैठक में समन्वय समिति गठित करने का निर्णय लिया गया और उसकी कमान तेजस्वी यादव को सौंपी गई। 24 अप्रैल को दूसरी बैठक में समिति में 21 सदस्य और पांच उप-समितियां बनाने पर सहमति बनी। 4 मई को तीसरी बैठक में प्रखंड व पंचायत स्तर तक समन्वय समितियां बनाने पर फैसला हुआ। 12 जून को चौथी बैठक में घटक दलों ने अपनी पसंदीदा सीटों की सूची राजद को सौंपी और साझा आंदोलन पर मुहर लगी।
एनडीए के खिलाफ मुद्दों की तलाश
महागठबंधन के नेताओं का मानना है कि हाल के महीनों में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार की घोषणाओं और योजनाओं ने कई मुद्दों को कमजोर कर दिया है। ऐसे में महागठबंधन की कोशिश है कि ऐसा घोषणा-पत्र लाया जाए जो सीधे जनता को आकर्षित कर सके और एनडीए को घेरने में कारगर साबित हो। बैठक में समन्वय समिति के सदस्यों के साथ सभी उप-समितियों के सदस्य भी मौजूद रहेंगे। बैठक के बाद महागठबंधन के अगले कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय हो सकती है।
पटना से रंजन की रिपोर्ट