Bihar News: तेजस्वी यादव ने इतने भोजपुरी गायकों को भेजा लीगल नोटिस, जानिए मारब सिक्सर के 6, गोली छाती में…सॉन्ग ने कैसे डुबोई राजद की लुटिया

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Bihar News: बिहार विधानसभा चुनाव में राजद को करारी हार मिली। राजद मात्र 25 सीटों पर सिमट कर रह गई। करारी हार के बाद अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा एक्शन लिया है। दरअसल, चुनावी प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजद और तेजस्वी यादव के नाम को लेकर बनाए गए अश्लील और भड़काऊ गाने को लेकर निशाना साधा था। राजद को लेकर बनाए गए अपत्तिजनक गाने कहीं ना कहीं पार्टी को मिली हार के पीछे की वजह हो सकती है। क्योंकि इन गानों को लेकर सत्ता पक्ष के नेताओं ने जबरदस्त हमला बोला। इन गानों में कथित तौर पर लगाए जा रहे जंगलराज के आरोपों की झलक भी दिख रही थी। 

तेजस्वी यादव की बड़ी कार्रवाई 

जानकारी अनुसार पार्टी नेतृत्व का भी मानना है कि चुनाव प्रचार के दौरान वायरल हुए कुछ भोजपुरी गानों ने राजद की छवि को नुकसान पहुंचाया और इसका असर सीधे चुनाव परिणामों पर पड़ा। बताया जा रहा है कि इन गानों में उत्तेजक और आपत्तिजनक सामग्री थी, जिसे चुनावी मुद्दा बनाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राजद पर निशाना साधा। वहीं अब राजद ने अपनी छवि को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। बता दें कि, कई गानों में हिंसक और उकसाने वाले संवाद शामिल थे, जिनके चलते चुनावी माहौल विवादों में घिरता चला गया।

भोजपुरी गायकों को नोटिस 

राजद नेता तेजस्वी यादव ने हार की जिम्मेदारी का एक बड़ा हिस्सा इन्हीं गानों को बताते हुए करीब एक दर्जन भोजपुरी गायकों को कानूनी नोटिस भेजा है।  पार्टी ने 32 लोगों को नोटिस भेजकर पूछा है कि उनके खिलाफ कार्रवाई क्यों न की जाए। इनमें अधिकतर भोजपुरी, मैथिली और मगही के गायक शामिल हैं। कई आरोपित कलाकार बिहार से बाहर के भी बताए जा रहे हैं। तेजस्वी का आरोप है कि इन सिंगरों ने बिना अनुमति उनके नाम और राजद पार्टी के नाम का इस्तेमाल किया तथा ऐसे गानों को सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में प्रसारित किया। 

तेजस्वी यादव पर उठे सवाल 

तेजस्वी यादव ने नोटिस में यह सवाल भी उठाया है कि उनकी अनुमति के बिना उनके नाम का उपयोग क्यों किया गया। इस कदम के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाओं की बौछार शुरू हो गई। जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने तेजस्वी पर पलटवार करते हुए कहा कि कानूनी नोटिस भेजने का अधिकार उन्हें है, लेकिन उन्हें यह भी याद करना चाहिए कि उनकी यात्राओं के दौरान उन्हीं गानों को राजद कार्यकर्ता बजाते देखे गए थे। नीरज कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि यदि तेजस्वी राजनीति में पारदर्शिता का दावा करते हैं, तो उन्हें अपने उन कार्यकर्ताओं को भी नोटिस भेजना चाहिए, नहीं तो यह कदम राजनीतिक दोहरापन माना जाएगा।

गाने में इस्तेमाल हुआ पार्टी का झंडा 

राजद ने आरोप लगाया है कि चुनाव प्रचार के दौरान कुछ गानों और वीडियो क्लिपिंग्स के जरिए पार्टी की छवि को जानबूझकर धूमिल किया गया। पार्टी का मानना है कि ऐसे कंटेंट ने चुनावी माहौल को प्रभावित किया और हार के प्रमुख कारणों में से एक बना। इन गानों में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और यहां तक कि पार्टी के झंडे का भी इस्तेमाल किया गया। इनमें से कुछ गानों ने राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा भी बटोरी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने चुनावी भाषणों में एक गाने “मारब सिक्सर के 6, गोली छाती में…” का जिक्र करते हुए राजद पर हमला बोला था। एक अन्य गीत की पंक्ति 'आएगी भइया की सरकार, बनेंगे रंगदारा' के हवाले से प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया था कि राजद की सरकार आने पर जंगलराज और रंगदारी बढ़ेगी।