केंद्रीय मंत्री ललन सिंह के एक फोन से हरकत में आए अधिकारी, जलजमाव से जूझते इलाके की अब बदलेगी सूरत, जानिए पूरा मामला

देश में दाल का कटोरा कहे जाने वाले पटना के टाल क्षेत्र के किसानों की बढ़ती हुई चुनौतियों के बीच उनके समस्याओं के समाधान के लिए केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने बड़ी पहल की है जिससे किसानों में हर्ष का माहौल है.

Union Minister Lalan Singh - फोटो : news4nation

Lalan Singh : पटना जिला के बाढ़ अनुमंडल अंतर्गत पंडारक प्रखंड के सरहन डैम से हर वर्ष बरसात के मौसम में निकलने वाला बाढ़ का पानी आसपास के टाल क्षेत्र में भर जाता है। इस कारण बिहारी बीघा, परसावा, कोंदी, शहरी सहित दर्जनों पंचायतों की सैकड़ों एकड़ कृषि भूमि सालभर जलमग्न रहती है, जिससे किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। यहां पानी निकासी की समस्या वर्षों पुरानी है। पूर्व में स्थानीय सांसद ललन सिंह के प्रयास से बरगैया पैन का निर्माण करवाया गया था, जिससे पानी की निकासी होती थी। लेकिन कई वर्षों से उड़ाही नहीं होने के कारण अब वह निकासी द्वार बंद हो चुका है। फलस्वरूप, दर्जनों गांवों के किसान लगातार त्रस्त हैं और कई बार प्रदर्शन भी कर चुके हैं।


इस जलजमाव के कारण टाल क्षेत्र की कृषि व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है। दलहन और तिलहन की पैदावार के लिए मशहूर इस क्षेत्र अब 'दाल का कटोरा' बने रहने पर भी संकट का बादल मंडरा रहा है। करीब 12 से अधिक गांवों के किसान लंबे समय से जलजमाव की समस्या से जूझ रहे हैं। हाल ही में जदयू के वरीय नेता प्रो. शंकर सिंह के नेतृत्व में किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने सांसद ललन सिंह से मुलाकात की और अपनी समस्याओं को विस्तार से बताया। किसानों की बात सुनते ही सांसद ने तत्काल संबंधित अधिकारियों से फोन पर बातचीत कर मौके का निरीक्षण और पानी निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।


सांसद की इस सक्रियता के बाद बाढ़ अनुमंडलाधिकारी चंदन कुमार, पंडारक अंचलाधिकारी और एनटीपीसी के अधिकारियों ने क्षेत्र का दौरा कर पानी निकासी की योजना तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इससे किसानों में एक बार फिर उम्मीद जगी है। एक ओर जहां किसानों की बार बार की अपील के बाद भी अधिकारी सक्रिय नहीं थे वहीं सांसद के एक फोन से पूरा सरकारी महकमा सक्रिय हो गया। इससे जहां किसानों में ख़ुशी की लहर है, वहीं सांसद को भी लोग शुक्रिया कर रहे हैं कि सुप्त बैठे अधिकारियों को उनके फोन से जवाबदेही और जिम्मेदारी का अहसास करा दिया।


ड़क और पुल निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन

इधर, एनटीपीसी से निकलने वाली फ्लाई ऐश की आपूर्ति भी पिछले 2-3 महीनों से पूरी तरह बंद है, क्योंकि सरहन डैम से फोर लेन तक जाने वाली कच्ची सड़क बाढ़ के पानी में खराब हो चुकी है। इस वजह से हाईवा मालिकों ने भी NTPC मुख्य गेट पर पक्की सड़क और पुल निर्माण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। NTPC अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू किया जाएगा।


सांसद की इस फिलहाल, क्षेत्र के किसानों को पानी निकासी की दिशा में तत्काल ठोस कार्रवाई की उम्मीद है ताकि खेती दोबारा पटरी पर लौट सके।


बाढ़ से रविशंकर कुमार की रिपोर्ट