Bihar News: EOU ने जदयू नेता को किया गिरफ्तार, 19 घंटे तक चली छापेमारी, कई सामान जब्त, जानिए पूरा मामला

Bihar News: पटना में ईओयू ने बड़ी कार्रवाई की है। ईओयू ने युवा जदयू के प्रदेश सचिव को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि करीब 19 घंटे की छापेमारी के बाद जदयू नेता को गिरफ्तार किया गया है।

ईओयू ने जदयू नेता को किया गिरफ्तार - फोटो : social media

Bihar News:  बिहार में आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़ी कार्रवाई की है। ईओयू ने युवा जदयू के प्रदेश सचिव हर्षित मिश्र को साइबर ठगी और करोड़ों की धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार कर लिया। EOU की टीम ने लगातार 19 घंटे तक छापेमारी कर यह कार्रवाई की। छापेमारी करजाइन थाना क्षेत्र के परमानंदपुर पंचायत स्थित गौसपुर गांव में की गई। हर्षित के घर से सैकड़ों सिम कार्ड, दर्जनों मोबाइल फोन, लैपटॉप, बायोमेट्रिक डिवाइस, नोट गिनने की मशीन और सिम लगाने वाला हाईटेक गैजेट जब्त किया गया है।

शेयर ट्रेडिंग के नाम पर पिता से बिकवाई थी जमीन

ग्रामीणों के अनुसार, हर्षित के पिता विकास मिश्र किसान हैं जबकि दादा घनश्याम मिश्र पूर्व मुखिया रह चुके हैं। पहले उनके पास 50 बीघा से ज्यादा जमीन थी। जिसे हर्षित ने शेयर ट्रेडिंग के नाम पर बिकवा दिया। वह पहले भाजपा का झंडा और बाउंसर के साथ स्कॉर्पियो में घूमता था लेकिन तीन महीने पहले जदयू में शामिल होकर प्रदेश सचिव बन गया था।

कोई अपराधी नहीं बचेगा

घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए जदयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने स्पष्ट कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं है। उन्होंने कहा कि जिसने भी अपराध किया है, उसे सजा मिलनी चाहिए। नीतीश कुमार का स्पष्ट सिद्धांत है हम न किसी को फंसाते हैं, न किसी को बचाते हैं।

राजनीतिक साजिश का शिकार हुआ बेटा

वहीं, हर्षित के पिता विकास मिश्र ने बेटे को निर्दोष बताया और कहा कि, वह तीन-चार वर्षों से गांव में रहकर रियल एस्टेट और राजनीति में सक्रिय था। उसे एक राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया गया है। EOU की टीम फिलहाल जब्त सामानों की जांच कर रही है और हर्षित से पूछताछ जारी है। माना जा रहा है कि इस कार्रवाई के जरिए राज्य में फैले साइबर क्राइम नेटवर्क की कड़ियां और भी उजागर हो सकती हैं।

खाते में 7 करोड़ 

ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) ने जिस लैपटॉप को जब्त किया है, वह सीधे उस बैंक खाते से लिंक था जिसमें 7 करोड़ रुपये जमा थे। इसी आधार पर टीम ने सटीक कार्रवाई की। इस कार्रवाई में ईओयू पटना की विशेष टीम, सुपौल के एसपी और साइबर थाना के अधिकारी शामिल थे। करजाइन थाना क्षेत्र के गौसपुर गांव में लगभग 19 घंटे चली कार्रवाई के बाद हर्षित को पूछताछ और कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद पटना ले जाया गया।

जांच में जुटी ईओयू

पूरी कार्रवाई के दौरान ईओयू और स्थानीय पुलिस ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि सूत्रों के अनुसार, जब्त किए गए डिजिटल उपकरणों और बैंक खाते की जांच के बाद ही गिरफ्तारी की पुष्टि हुई। वहीं करजाइन थानाध्यक्ष लालजी प्रसाद ने बताया कि मामला आर्थिक अपराध इकाई का है। हर्षित मिश्र के खिलाफ हमारे थाना क्षेत्र में कोई आपराधिक इतिहास दर्ज नहीं है।