Bihar News : एनडीए से अलग होंगे सीएम नीतीश ! अम्बेडकर विवाद मामले में जारी हुई केजरीवाल की चिट्ठी, 'बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते'
गृह मंत्री अमित शाह के संसद में बीआर अम्बेडकर पर गई टिप्पणी को लेकर सियासी तूफान थमता नजर नहीं आ रहा है. इस मामले में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक चिट्ठी लिखी गई है. इसमें उनसे सवाल किया गया है कि वे बीजेपी का समर्थन कैसे कर सकते हैं.
Bihar News : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एनडीए से अलग होने को लेकर एक बार फिर लेटर बम फोड़ा गया है. इस बार लेटर दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने जारी किया. आम आदमी पार्टी के संयोजक केजरीवाल ने बीआर अम्बेडकर से जुड़े गृह मंत्री अमित शाह के संसद में की गई टिप्पणी को लेकर पत्र सीएम नीतीश को भेजा है.
उन्होंने नीतीश कुमार को भेजे पत्र में कहा कि बीजेपी ने संसद में बाबा साहेब का अपमान किया है। लोगों को लगता है कि बाबा साहेब को चाहने वाले बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। आप भी इस पर विचार करें।
उन्होंने पत्र में लिखा, आदरणीय नीतीश कुमार जी, मैं आपको यह पत्र एक अत्यंत महत्वपूर्ण विषय पर लिख रहा हूं, जो न केवल हमारे संविधान बल्कि बाबासाहेब अम्बेडकर की प्रतिष्ठा से भी जुड़ा है। हाल ही में संसद में, देश के गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा बाबासाहेब के नाम पर की गई टिप्पणी ने पूरे देश को स्तब्ध कर दिया है। उनका यह कहना कि 'अम्बेडकर- अम्बेडकर बोलना आजकल फैशन बन गया है" न केवल अपमानजनक है बल्कि बीजेपी की बाबासाहेब और हमारे संविधान के प्रति सोच को उजागर करता है।
बाबासाहेब अम्बेडकर, जिन्हें कोलंबिया विश्वविद्यालय ने "Doctor of Laws" से सम्मानित किया था, जिन्होंने भारत के संविधान को रचा और समाज के सबसे वंचित वर्गों को अधिकार दिलाने का सपना देखा, उनके बारे में ऐसा कहने का साहस आखिर बीजेपी ने कैसे किया?
इस से देश भर में करोड़ों लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। ये बयान देने के बाद अमित शाह जी ने माफ़ी मांगने की बजाय अपने बयान को उचित ठहराया। प्रधान मंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से अमिल शाह जी के बयान का समर्थन किया। इसने जले पर नमक छिड़कने का काम किया। लोगों को लगने लगा है कि बाबा साहेब को चाहने वाले अब बीजेपी का समर्थन नहीं कर सकते। बाबासाहेब सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि हमारे देश की आत्मा हैं। बीजेपी के इस बयान के बाद लोग चाहते हैं कि इस मसले पर आप भी गहराई से विचार करें।