Bihar Politics:हरियाणा चुनाव का बिहार में साइड इफेक्ट, मोदी को मिल गया बुस्टर डोज तो नीतीश चिराग के तेवर पड़े ठंड़े
Bihar Politics:हरियाणा में कांग्रेस की विधानसभा चुनाव में करारी हार के साइड इफेक्ट सामने आने लगे हैं. अरविंद केजरीवाल की पार्टी ने घोषणा कर दी है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. इंडिया गठबंधन के सहयोगी भी कांग्रेस पर आंख तरेरने लगे हैं. हरियाणा की जनता ने बेहद खामोशी से अपना आदेश सुनाया.
कांग्रेस ने चुनाव के लिए धुआंधार प्रचार किया. जिन बिरादरियों ने लोकसभा चुनाव में कांग्रेस का साथ दिया था और राज्य की आधी लोकसभा सीटें पार्टी की झोली में डाल दी थीं, उसने विधानसभा चुनाव में भाजपा का साथ दिया.
वैसे हरियाणा के इतिहास में यह पहली बार हुआ है कि कोई पार्टी राज्य में लगातार तीसरी बार सरकार बनाने में कामयाब हुई हो. वहीं भाजपा लगातार दो बार की सरकार के खिलाफ उपजी एंटी-इन्कमबेंसी को टालने में कामयाब रही. शुरुआत तो पार्टी ने लोकसभा चुनाव के दौरान ही करीब साढ़े 9 वर्षों तक सूबे के मुख्यमंत्री रहे मनोहर लाल खट्टर को बदलकर और उनकी जगह ओबीसी के नेता नायब सिंह सैनी को हरियाणा की बागडोर थमाकर कर दी थी. भाजपा के रणनीतिकारों ने योजनाबद्ध तरीके से कामयाबी की इबारत लिखी.मनोहर लाल खट्टर पर्दे के पीछे रणनीति बनाने में तो लगे रहे उधर एक तरफ कांग्रेस मीडिया में बने माहौल से जीत के प्रति आश्वस्त थी तो भाजपा खामोशी से काम करती रही. भाजपा ने हरियाणा के छत्तीस बिरादरियों की असुरक्षा को पार्टी के लिये भरोसे में तब्दील करने में लगी थी.जिसके परिणाम ने सबको चौका दिया.
हरियाणा चुनाव नतीजों के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि लगातार तीसरी बार बीजेपी की जीत की गूंज हर जगह सुनाई देगी. हरियाणा में बीजेपी की जीत का असर निश्चित तौर पर दूरगामी है. 10 साल की अंदरूनी कलह के बावजूद तीसरी बार हरियाणा जीतना बीजेपी के लिए उत्साहवर्धक खुराक है. बीजेपी की इस जीत का असर एनडीए पर भी दिखेगा. खासकर बिहार में सबकी निगाहें नीतीश कुमार और चिराग पासवान पर होंगी.
हरियाणा चुनाव परिणाम को देखकर और नीतीश कुमार और चिराग को पता चल गया है कि मोदी के जादू की चमक बरकरार है और पीएम मोदी के नेतृत्व में वे कोई भी चुनाव जीत सकते हैं. बता दें 8 अक्टूबर की शाम को नतीजे घोषित होने के बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सबसे पहले ट्विटर पर प्रधानमंत्री मोदी को बधाई दी और फिर 9 अक्टूबर की सुबह प्रधानमंत्री को फोन कर शुभकामनाएं दीं. वहीं नीतीश कुमार ओ हरियाणा की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रभावी नेतृत्व पर पूरा भरोसा जताया.
उधर एक्स पर अपने पोस्ट में चिराग पासवान ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की भी तारीफ की और पार्टी को जीत की बधाई दी. चिराग ने कहा कि बीजेपी की जीत किसानों, युवाओं और संविधान की जीत है. हरियाणा की महान जनता ने लगातार तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जनादेश देकर यह साबित कर दिया है कि विपक्ष का झूठा प्रचार अब स्वीकार्य नहीं है।
बीजेपी की जीत से नीतीश कुमार के बार-बार दलबदल को लेकर चल रहा विवाद खत्म हो गया. उन राज्यों में जीत हासिल करके, जहां सत्ताधारी के विरोध का ज्वार अपने उच्चतम स्तर पर था, भाजपा ने परिस्थितियों की परवाह किए बिना चुनाव परिणाम को अपने पक्ष में करने के लिए कड़वे अंत तक लड़ने की इच्छा दिखाई.
बहरहाल हरियाणा में भाजपा की जीत का साइड इफैक्ट दिखने लगा है. कांग्रेस के लिए परेशानी खड़ी हो गई है तो भाजपा ककी राह सरल हो गई सी दिखती है. कांग्रेस के साथी आंख तरेरने लगे हैं तो भाजपा के साथी उसका साथ देने का जप लगा रहे हैं.