Dr Manmohan singh : पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सबसे बड़े प्रशंसक निकले भाजपा सरकार के मंत्री, निधन के बाद लिखा रुला देने वाला पोस्ट

डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर भाजपा सरकार में मंत्री असिम अरुण ने डॉ सिंह के निधन पर एक भावुक पोस्ट लिखा है. इसमें उन्होंने डॉ सिंह के सादगीपूर्ण जीवन और मिडिल क्लास के रूप में खुद को मानने का बड़ा खुलासा किया है.

Dr Manmohan singh
Asim Arun on Dr Manmohan singh - फोटो : news4nation

Dr Manmohan singh : पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह के निधन पर उनके कार्यों और दूरदर्शी निर्णयों की सराहना करने वालों में न सिर्फ कांग्रेस बल्कि भाजपा के भी कई नेता शामिल हैं. वर्ष 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे डॉ मनमोहन सिंह की सादगी और आम आदमी के हित में लिए गए निर्णय के भाजपा सरकार में मंत्री भी कायल हैं. 


उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार में मंत्री असिम अरुण ने डॉ सिंह के निधन पर एक भावुक पोस्ट लिखा है. इसमें एसपीजी में अपनी सेवाओं के दौरान डॉ मनमोहन सिंह के सादगीपूर्ण जीवन से वे किस कदर प्रभावित हुए थे, इसका जिक्र  उन्होंने किया है. साथ ही डॉ मनमोहन सिंह ने देश के सबसे बड़े ओहदे पर पहुंचने के बाद भी खुद को मिडिल क्लास का आदमी मानना नहीं छोड़ा था इसका खुलासा भी असिम अरुण ने किया है. 


वे लिखते हैं - मैं 2004 से लगभग तीन साल उनका बॉडी गार्ड रहा। एसपीजी में पीएम की सुरक्षा का सबसे अंदरुनी घेरा होता है - क्लोज़ प्रोटेक्शन टीम जिसका नेतृत्व करने का अवसर मुझे मिला था। एआईजी सीपीटी वो व्यक्ति है जो पीएम से कभी भी दूर नहीं रह सकता। यदि एक ही बॉडी गार्ड रह सकता है तो साथ यह बंदा होगा। ऐसे में उनके साथ उनकी परछाई की तरह साथ रहने की जिम्मेदारी थी मेरी। 

डॉ साहब की अपनी एक ही कार थी - मारुति 800, जो पीएम हाउस में चमचमाती काली बीएमडब्ल्यू के पीछे खड़ी रहती थी। मनमोहन सिंह जी बार-बार मुझे कहते- असीम, मुझे इस कार में चलना पसंद नहीं, मेरी गड्डी तो यह है (मारुति)। मैं समझाता कि सर यह गाड़ी आपके ऐश्वर्य के लिए नहीं है, इसके सिक्योरिटी फीचर्स ऐसे हैं जिसके लिए एसपीजी ने इसे लिया है। लेकिन जब कारकेड मारुति के सामने से निकलता तो वे हमेशा मन भर उसे देखते। जैसे संकल्प दोहरा रहे हो कि मैं मिडिल क्लास व्यक्ति हूं और आम आदमी की चिंता करना मेरा काम है। करोड़ों की गाड़ी पीएम की है, मेरी तो यह मारुति है।

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