Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले लालू-तेजस्वी को लगा बड़ा झटका, RJD विधायक ने कर दिया 'खेला', सीएम नीतीश का थामा हाथ
Bihar Politics: बिहार विधानसभ चुनाव होने में अभी समय है इसके पहले ही पार्टी के नेताओं का एक पार्टी को छोड़ दूसरे पार्टी में जाने का दौर शुरु हो गया है। इसी कड़ी में लालू यादव और तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है। राजद के विधायक जदयू में शामिल होंगे।
Bihar Politics: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एक और जहां सभी पार्टियां तैयारी में जुटी है। यात्राओं का दौर शुरु है तो वहीं दूसरी ओर राजद सुप्रीमो लालू यादव और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है। राजद के बड़े नेता ने लालू-तेजस्वी का साथ छोड़ सीएम नीतीश का हाथ थाम लिया है। सीएम नीतीश के साथ राजद नेता के आने से राजद को भारी नुकसान होने की संभावना जताई जा रही है। वहीं राजद नेता के जदयू में आने से सियासी हलचल तेज हो गई है।
जदयू में शामिल होंगे राजद विधायक
दरअसल, बनियापुर से राजद विधायक केदारनाथ सिंह ने संकेत दिया है कि वे जल्द ही जदयू का दामन थाम सकते हैं। मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए उन्होंने स्पष्ट किया कि वे अपने परिवार के साथ हैं और जहां उनका परिवार रहेगा, वहीं वे भी रहेंगे। विधायक केदारनाथ सिंह ने कहा कि वे महाराजगंज लोकसभा से पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के छोटे भाई हैं। साथ ही उन्होंने ये भी कहा, "मैं अपने परिवार से कभी अलग नहीं रह सकता। जहां मेरे बड़े भाई रहेंगे, मैं भी वहीं रहूंगा।"
प्रभुनाथ सिंह के बेटे रणधीर सिंह पहले ही जदयू में शामिल
गौरतलब है कि पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह के पुत्र और छपरा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह ने हाल ही में अपने समर्थकों के साथ पटना स्थित जदयू कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की है। अब ऐसा माना जा रहा है कि केदारनाथ सिंह भी जल्द ही जदयू में शामिल हो सकते हैं। केदारनाथ सिंह के जदयू में शामिल होने से राजद को बड़ा झटका लगेगा। एक ओर जहां पार्टी को मजबूत करने के लिए तेजस्वी यात्रा पर हैं तो वहीं उनके पार्टी के विधायक पार्टी को छोड़ रहे हैं। इसके पहले भी राजद के 3 विधायक जदयू में तो 1 विधायक बीजेपी में शामिल हो गए थे।
नीतीश कुमार की तारीफ
केदारनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशंसा करते हुए कहा, "नीतीश कुमार ने सारण को बहुत कुछ दिया है। मैं हमेशा विकास के साथ हूं और जहां मेरा परिवार रहेगा, वहीं मैं भी रहूंगा।" इस बयान के बाद यह स्पष्ट है कि केदारनाथ सिंह भी जल्द ही जदयू के साथ अपनी नई राजनीतिक पारी की शुरुआत कर सकते हैं।