Tej Pratap Yadav : तेज प्रताप यादव लड़ेंगे विधानसभा उप चुनाव, अखिलेश यादव की सपा ने बनाया उम्मीदवार

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Tej Pratap Yadav : तेज प्रताप यादव पर बड़ा भरोसा जताते हुए समाजवादी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा उपचुनाव में करहल सीट से उन्हें उम्मीदवार बनाया है. समाजवादी पार्टी की ओर से बुधवार को छह सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई. इसमें सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने करहल सीट से तेजप्रताप को उतारा है. अखिलेश यादव के सांसद का चुनाव जीतने के कारण करहल की सीट रिक्त हुई है जिस पर अब उनके चचेरे भाई तेज प्रताप यादव को उम्मीदवार बनाया गया है. 


तेज प्रताप यादव बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव और राबड़ी देवी के दामाद हैं. तेज प्रताप की शादी लालू-राबड़ी की बेटी राज लक्ष्मी से हुई है. साथ ही वे अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं. अखिलेश ने अपनी रिक्त हुई सीट पर भाई तेज प्रताप को उम्मीदवार बनाकर बड़ा दांव खेला है. साथ ही करहल से जुड़ा हुआ अखिलेश का रिश्ता तेज प्रताप के चुनाव में उतरने से एक प्रकार से जुड़ा ही रह जाएगा. अब प्रतिष्ठा की लड़ाई वाली करहल सीट पर रोचक मुकाबला होने की उम्मीद है जिसमें अखिलेश के साथ ही लालू यादव भी अपने दामाद की जीत सुनिश्चित करने की कोशिश करेंगे. संयोग से लालू यादव के बड़े बेटे का नाम भी तेज प्रताप यादव है और उनके एक दामाद का नाम भी तेज प्रताप यादव है. 

2014 लोकसभा चुनाव में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी लोकसभा सीट खाली करने के बाद पोते तेज प्रताप सिंह यादव को मैदान में उतारा गया था. वह यहां से जीत दर्ज कर पहली बार सांसद बने थे. तेज प्रताप यादव ने 26 साल की उम्र में सांसद बनने का गौरव हासिल किया था.


अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश की अन्य उप चुनाव वाली सीटों पर सीसामऊ विधानसभा सीट से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया है. वहीं मिल्कीपुर से अजीत प्रसाद को टिकट दिया है. फूलपुर विधानसभा सीट से मुस्तफा सिद्दीकी को, कटेहरी विधानसभा सीट से शोभावती वर्मा को और मझंवा सीट से डॉ. ज्योति बिंद को मैदान में उतारा है. वहीं विधानसभा उपचुनाव के लिए सबसे चर्चित सीट मिल्कीपुर पर अयोध्या से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद पर भरोसा जताया है. बता दें अजीत प्रसाद को टिकट मिलने की अटकलें काफी पहले से ही लगाई जा रही थी.


समाजवादी पार्टी ने भरोसा जताया है कि इन सीटों पर उनकी जीत सुनिश्चित होगी. वहीं करहल को लेकर पहले ही अखिलेश यादव की ओर से भरोसा जताया गया है कि यहां समाजवादी पार्टी की फिर से जीत होगी. इसमें अब तेज प्रताप यादव को टिकट देकर उन्होंने एक बड़ा दांव खेला है जिसमें अपने परिवार के सदस्य को मैदान में उतारा है. 


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