Bima Bharti: पूर्व राजद विधायक बीमा भारती पर सौतन का संगीन इल्जाम, पुलिस स्टेशन में मचा बवाल, थार की चाबी और चप्पल का वार!

Bima Bharti: रुपौली विधानसभा की पूर्व विधायक और राजद की फायरब्रांड नेता बीमा भारती इस बार राजनीतिक मंच से नहीं, बल्कि सौतन संग जंग के कारण सुर्खियों में हैं।

बीमा भारती पर सौतन का संगीन इल्जाम- फोटो : reporter

Bima Bharti: बिहार की राजनीति एक बार फिर निजी रिश्तों की आग में जल उठी है। रुपौली विधानसभा की पूर्व विधायक और राजद की फायरब्रांड नेता बीमा भारती इस बार राजनीतिक मंच से नहीं, बल्कि सौतन संग जंग के कारण सुर्खियों में हैं।

भवानीपुर थाना में दर्ज शिकायत के मुताबिक, बीमा भारती की सौतन गुड़िया मंडल ने उन पर मारपीट, जान से मारने की धमकी देने, गाली-गलौज करने और मोबाइल फोन छीनने जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोपों के मुताबिक, बीते शनिवार शाम लगभग 4:30 बजे बीमा भारती अपने सहयोगियों संजय कुमार, पंकज कुमार और बिजली कुमार के साथ भवानीपुर नगर पंचायत के वार्ड 9, भवन देवी टोला स्थित आवास पर पहुंचीं और सीधे थार गाड़ी की चाबी मांगने लगीं।

गुड़िया मंडल का कहना है कि उन्होंने बताया कि चाबी उनके पति अवधेश मंडल के पास है, जिसे सुनते ही बीमा भारती आपा खो बैठीं। गुस्से में गाली-गलौज और धमकी शुरू हो गई। इसके बाद बीमा भारती के साथ आए लोगों ने उनका हाथ पकड़ कर जबरन मोबाइल छीन लिया।

इतना ही नहीं, उस वक्त मौजूद गुड़िया शर्मा जो कि गुड़िया मंडल की सहयोगी हैं, उनके साथ भी बीमा भारती ने अभद्रता की और चप्पल से पीट दिया। आरोप है कि बीमा ने धमकी दी  “अगर तू गुड़िया मंडल के साथ इस घर में सोई, तो तुझे जान से मरवा दूंगी।” इस पूरे घटनाक्रम के पीछे गुड़िया मंडल ने रामचंद्र मंडल नामक पेशेवर अपराधी का हाथ बताया, जो कथित रूप से बीमा भारती के इशारे पर काम करता है।

जैसे ही मामला पुलिस तक पहुंचा, भवानीपुर थाना में हड़कंप मच गया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। बीमा भारती भी शिकायत की भनक लगते ही खुद थाने पहुंचीं और सभी आरोपों को बेबुनियाद, झूठा और बदनाम करने की साजिश बताया।

इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर ये साबित कर दिया कि बिहार की राजनीति में निजी रिश्ते, सत्ता का संघर्ष और सड़कों पर उतरती दुश्मनी अब आम बात हो चुकी है। आने वाले दिनों में पुलिस जांच और राजनीतिक बयानबाज़ी इस कहानी को और भी पेचीदा बना सकती है।यह महज घरेलू विवाद नहीं, बल्कि राजनीति और रिश्तों की एक खौफनाक लड़ाई है जिसमें थार की चाबी भी है, चप्पल की मार भी, और सत्ता की दरार भी।

रिपोर्ट- अंकित कुमार