Bihar Honey Trap Case: बठिंडा से गिरफ्तार बिहार का सुनील कुमार राम, पाकिस्तानी हनीट्रैप में फंसा जासूस या बेगुनाह? खुफिया एजेंसी की जांच में क्या मिला जानें

Bihar Honey Trap Case: बठिंडा में गिरफ्तार सुनील कुमार राम पर पाकिस्तानी हनीट्रैप के जरिए सेना की जानकारी लीक करने का आरोप है।

Bihar Honey Trap Case
Bihar Honey Trap Case- फोटो : freepik

Bihar Honey Trap Case: पंजाब के बठिंडा से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां बिहार के समस्तीपुर जिले के रहने वाले एक प्रवासी मजदूर सुनील कुमार राम को जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। सेना और खुफिया एजेंसियों ने दावा किया है कि सुनील व्हाट्सएप के माध्यम से एक पाकिस्तानी महिला के संपर्क में था और उसे सैन्य छावनी की संवेदनशील जानकारी दे रहा था।

कौन है सुनील कुमार राम?

सुनील कुमार राम बिहार के समस्तीपुर जिले के सिहमा पंचायत राम टोल थाना बिथान का रहने वाला है। वह पेशे से बठिंडा में मोची (जूता मरम्मत) का काम करता था। सेना की खुफिया एजेंसियों को उसके मोबाइल में संदिग्ध चैट्स मिले

कैसे हुआ खुलासा?

सेना की खुफिया एजेंसियों को एक पाकिस्तानी महिला के साथ उसके व्हाट्सएप चैट में ऐसे संदेश मिले जो बठिंडा मिलिट्री एरिया से जुड़ी जानकारी साझा करने से संबंधित थे। प्रारंभिक जांच में ये बात सामने आई कि महिला ने हनीट्रैप का सहारा लिया और सुनील को भावनात्मक रूप से फंसाकर जानकारी मांगी।

पुलिस की कार्रवाई

मोबाइल जब्त कर फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है। बैंक खाते खंगाले जा रहे हैं। फैमिली बैकग्राउंड और गांव में गतिविधियां की भी जांच की जा रही है।पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या सुनील ने केवल भावना में बहकर ऐसा किया या उसे किसी नेटवर्क द्वारा प्रशिक्षित किया गया था।

सुनील का गांव क्या कहता है?

गांव वालों के अनुसार सुनील का व्यवहार आक्रामक था। अक्सर बाहरी लोगों का उसके घर आना-जाना रहता था।उसे कई बार हथियारों के साथ देखा गया। स्थानीय संपर्क सीमित थे, और वह लग्जरी जीवन शैली अपनाता था। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि दो अनजान लोग अक्सर उस पर नजर रखते थे, जिससे संदेह और गहरा हुआ।

क्या मामला सिर्फ हनीट्रैप का है?

भारत में हनीट्रैप के ज़रिए जासूसी का इतिहास नया नहीं है। पहले भी सेना, रेलवे और DRDO जैसी संस्थाओं में काम करने वाले लोग भावनात्मक फंदे में फंसकर महत्वपूर्ण जानकारी लीक कर चुके हैं। सुनील का मामला भी इसी कड़ी का हिस्सा लग रहा है।  


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