Traffic Jam: सासाराम नेशनल हाईवे पर भीषण जाम श्रद्धालुओं और यात्रियों को भारी परेशानी

महाकुंभ में स्नान करने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं। यहां वाहनों के बढ़ते दबाव के कारण सासाराम में लंबा जाम लगा है। श्रद्धालुओं के साथ अन्य वाहन भी जाम में फंसे हुए हैं।

Traffic Jam: सासाराम नेशनल हाईवे पर भीषण जाम श्रद्धालुओं और यात्रियों को भारी परेशानी
सासाराम नेशनल हाईवे पर भीषण जाम श्रद्धालुओं और यात्रियों को भारी परेशानी- फोटो : Reporter

N4N डेस्क:प्रयागराज महाकुंभ जा रहे और लौट रहे सैकड़ों तीर्थयात्रियों को सासाराम नेशनल हाईवे पर भीषण जाम का सामना करना पड़ा। जाम में फंसे श्रद्धालुओं ने बताया कि वे पिछले 15 घंटों से हाईवे पर रुके हुए हैं, लेकिन प्रशासन या पुलिस की कोई प्रभावी व्यवस्था नहीं दिख रही है। सासाराम के नेशनल हाईवे पर भीषण जाम लगने से वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गया है। इस कारण यात्रियों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि दो किलोमीटर की दूरी तय करने में तीन से चार घंटे तक का समय लग रहा है।


सड़क पर दिन-रात गुजारने को मजबूर यात्री 

नेशनल हाईवे पर फंसे वाहन चालकों और यात्रियों को सड़क पर ही दिन-रात गुजारने की नौबत आ गई है। यात्रियों को भोजन और स्नान तक की व्यवस्था सड़क किनारे करनी पड़ रही है। खासकर ठंड के मौसम में खुले आसमान के नीचे रात बिताना श्रद्धालुओं और यात्रियों के लिए बेहद कष्टदायक साबित हो रहा है।


महाकुंभ यात्रियों को सबसे अधिक दिक्कत


इस जाम का सबसे अधिक असर प्रयागराज महाकुंभ जाने और वहां से लौटने वाले श्रद्धालुओं पर पड़ रहा है। रेलवे स्टेशन से सड़क मार्ग के जरिए प्रयागराज जाने वाले श्रद्धालु हाईवे पर भारी जाम के कारण घंटों फंसे हुए हैं। उनके अनुसार, जाम की स्थिति इतनी भयावह है कि यात्रा का पूरा समय दोगुना हो गया है।


छोटे-बड़े वाहन फंसे, आपातकालीन सेवाएं भी प्रभावित


भीषण जाम के कारण छोटे और बड़े वाहन एक ही स्थान पर घंटों तक फंसे रहते हैं। एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाओं के लिए भी रास्ता नहीं मिल पा रहा है, जिससे स्थिति और गंभीर होती जा रही है।


प्रशासन की सुस्ती, यात्रियों में आक्रोश


यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन जाम की स्थिति को नियंत्रित करने में पूरी तरह असफल साबित हो रहा है। हाईवे पर ट्रैफिक को सुचारू रूप से चलाने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों की निष्क्रियता से यात्रियों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

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