Clash Between Mayor and Deputy Mayor : मेयर व डिप्टी मेयर में भारी भिड़ंत,जेडीयू MLC के सामने हुई तू-तू मैं-मैं, इंजिनियर भी आ गए निशाने पर...
सीतामढ़ी नगर निगम के सभागार में महापौर रौनक जहां परवेज की अध्यक्षता में आम सभा का आयोजन किया गया। विभिन्न मुद्दों को लेकर महापौर एवं उपमहापौर आमने सामने दिखे। वहीं आधा दर्जन वार्ड पार्षदों ने भी कई मुद्दों को लेकर जमकर हंगामा किया।
Clash Between Mayor and Deputy Mayor :सीतामढ़ी नगर निगम के सामान्य बोर्ड की बैठक में महापौर और उप महापौर के बीच तीखी बहस हुई। इस बैठक का आयोजन महापौर रौनक जहां परवेज की अध्यक्षता में नगर निगम के सभागार में किया गया। बैठक का मुख्य उद्देश्य नगर निगम क्षेत्र में विभिन्न विकासात्मक योजनाओं का कार्यान्वयन करना था, जिसमें स्ट्रीट लाइट, सफाई उपकरणों की खरीद, सीसीटीवी कैमरा स्थापित करना और अतिक्रमण के मुद्दे शामिल थे। इस दौरान महापौर और उप महापौर के बीच कई मुद्दों पर विवाद उत्पन्न हुआ, जबकि आधा दर्जन वार्ड पार्षदों ने भी सफाई से संबंधित मुद्दों पर जोरदार हंगामा किया। उप महापौर ने आरोप लगाया कि महापौर वार्ड पार्षदों के प्रश्नों का उचित उत्तर नहीं देते हैं और उन्हें नियमों के अनुसार खारिज कर देते हैं। उनका यह भी कहना था कि नियम यह नहीं कहता कि महापौर कार्यालय के कर्मियों को अपने निवास पर बुलाकर फाइल पर हस्ताक्षर कराएं।
उपमहापौर ने महापौर पर सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि बोर्ड की बैठक में जो निर्णय लिया जाता है, वह उपमहापौर की अनुमति के बिना ही लिखा जाता है। इसके परिणामस्वरूप पार्षदों को समान लाभ से वंचित किया जाता है। बैठक में अतिथि के रूप में उपस्थित जेडीयू एमएलसी रेखा कुमारी ने निगम की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए स्पष्ट रूप से कहा कि नगर निगम क्षेत्र में गंदगी का ढेर लगा हुआ है और कहीं भी उचित सफाई नहीं की जा रही है। उपमहापौर आशुतोष कुमार ने इस पर सहमति जताते हुए बुडको के कार्यों पर असंतोष व्यक्त किया। इस पर एमएलसी ने बुडको के अभियंता को फोन कर कड़ी फटकार लगाई।
वार्ड पार्षद अंशुल प्रकाश ने यहां तक कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की सबसे महत्वाकांक्षी योजना जलजीवन हरियाली है, जिसके लिए सूची देने के बावजूद कार्य नहीं किया जा रहा है और पूरी फाइल को रद्द कर दिया जाता है, जिस पर उपमहापौर ने भी अपनी चिंता व्यक्त की।
अविनाश कुमार की रिपोर्ट