Bihar Election 2025 : समस्तीपुर के बाद सिवान में भारी मात्रा में मिली VVPAT पर्चियां, लोगों ने गड़बड़ी की जताई आशंका
Bihar Election 2025 : समस्तीपुर के बाद सिवान में भी भारी मात्रा में VVPAT पर्चियां पायी गयी है. जिसके बाद लोगों ने गड़बड़ी की आशंका जताई है.......पढ़िए आगे
SIWAN : सिवान में पहले चरण के मतदान के चार दिन बाद एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। शहर के मौली के बथान स्थित एक खाली प्लॉट में बड़ी संख्या में VVPAT पर्चियां पाई गईं। स्थानीय लोगों ने जब पहली बार इन पर्चियों को देखा, तो देखते ही देखते घटना की जानकारी पूरे इलाके में फैल गई और मौके पर भारी संख्या में ग्रामीण जमा हो गए। यह मामला सामने आने के बाद राजनीतिक तापमान भी बढ़ने लगा है।
सूचना मिलने पर तत्काल प्रशासनिक टीम मौके पर पहुंची। सदर एसडीओ आशुतोष कुमार गुप्ता और एसडीपीओ अजय कुमार सिंह अपनी टीम के साथ वहां पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों ने पर्चियों को कब्जे में लेने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीणों ने इसका विरोध किया। ग्रामीणों का कहना था कि चुनाव खत्म होने के बाद इस तरह से बड़ी मात्रा में VVPAT पर्चियों का मिलना कई सवाल खड़े करता है, इसलिए इन्हें बिना औपचारिक प्रक्रिया के हटाने नहीं दिया जाएगा।
मौके पर मिली VVPAT पर्चियों में सबसे ज्यादा संख्या महाराजगंज विधानसभा क्षेत्र से राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार विशाल जायसवाल के नाम की पर्चियों की रही। हालांकि, अन्य उम्मीदवारों के नाम वाली कुछ पर्चियां भी वहां देखने को मिलीं। इसके बाद लोगों में यह चर्चा शुरू हो गई कि आखिर ये पर्चियां वहां कैसे पहुंचीं और क्या यह किसी बड़े चुनावी गड़बड़ी या खेल का संकेत है।
प्रशासन की ओर से अधिकारियों ने लोगों को शांत कराने का प्रयास किया और आश्वासन दिया कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, यह भी संभव है कि ये पर्चियां मतदान केंद्रों की सफाई या व्यवस्थित करने के दौरान गलती से यहां फेंकी गई हों। हालांकि इस दावे पर लोग सवाल उठा रहे हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच हो और यह स्पष्ट किया जाए कि मतदान के बाद VVPAT पर्चे आखिर किन परिस्थितियों में सार्वजनिक स्थान पर पहुंचे। वहीं राजनीतिक दल भी इस घटना को गंभीरता से ले रहे हैं और इसे चुनावी पारदर्शिता पर सवाल के रूप में देख रहे हैं। मामला जैसे-जैसे तूल पकड़ रहा है, प्रशासन और चुनाव आयोग पर अब इस घटना का स्पष्ट और ठोस जवाब देने का दबाव बढ़ता जा रहा है।
सिवान से ताबिश की रिपोर्ट