Good Credit Score: क्रेडिट स्कोर हो गया है कम, लोन लेने में हो रही परेशानी, बस इन 5 बातों का रखें ध्यान बढ़ जाएगा चांस
Good Credit Score: कम क्रेडिट स्कोर की वजह से लोन मिलने में दिक्कत हो रही है? जानिए 5 आसान और असरदार तरीके जिनसे आप अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकते हैं और बेहतर ब्याज दर पर लोन पा सकते हैं।
How To Create Good Credit Score: आज के समय में अगर आप बैंक से लोन, क्रेडिट कार्ड या होम फाइनेंस लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले देखा जाता है आपका क्रेडिट स्कोर। यह स्कोर आपके आर्थिक व्यवहार और उधारी चुकाने की क्षमता का प्रतिनिधि होता है।एक अच्छा स्कोर (700 से ऊपर) मिलने से न केवल लोन जल्दी मंजूर होता है, बल्कि ब्याज दर कम, प्रोसेसिंग तेज़, और लोन लिमिट अधिक जैसी सुविधाएं भी मिलती हैं।लेकिन अगर आपका स्कोर कम है, तो घबराइए मत — सही रणनीति और सतर्कता से आप इसे धीरे-धीरे बेहतर बना सकते हैं।
अपनी क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियों को पहचानें और सुधारें
आपकी सबसे पहली जिम्मेदारी है कि आप साल में कम से कम एक बार अपनी क्रेडिट रिपोर्ट जरूर चेक करें। आप इसे CIBIL, Experian, CRIF High Mark या Equifax जैसे अधिकृत संस्थानों से प्राप्त कर सकते हैं।गलतियों की संभावना होती है जैसे कोई भुगतान “पेंडिंग” दिखाना जबकि आपने चुका दिया हो। किसी पुराने लोन का रिकॉर्ड हटाया न गया हो। किसी अन्य व्यक्ति का डाटा आपकी रिपोर्ट में जुड़ गया हो। इन गलतियों को आप संबंधित ब्यूरो को रिपोर्ट कर सकते हैं। यह सुधार 30 से 45 दिनों में लागू हो जाता है और स्कोर पर सीधा असर डालता है।
2. क्रेडिट उपयोग सीमा (Credit Utilization Ratio) को कम रखें
आपकी क्रेडिट लिमिट का कितना हिस्सा आप उपयोग करते हैं, यह आपके स्कोर को प्रभावित करता है। अगर आपकी कुल लिमिट ₹2,00,000 है, तो कोशिश करें कि हर महीने 30% से अधिक यानी ₹60,000 से ज्यादा का उपयोग न हो। इसके लिए अधिक खर्च वाले महीनों में एक से ज्यादा कार्ड का प्रयोग करें ताकि एक कार्ड पर लोड न बढ़े।जरूरत होने पर कार्ड लिमिट बढ़वाने की अपील करें – इससे उपयोग प्रतिशत कम हो जाएगा।
3. हेल्दी क्रेडिट मिक्स बनाएं
केवल क्रेडिट कार्ड या सिर्फ पर्सनल लोन जैसे एक ही तरह की क्रेडिट लाइन रखना स्कोर के लिए अच्छा संकेत नहीं होता। कोशिश करें कि आपके पास एक क्रेडिट कार्ड, एक पर्सनल लोन, एक कार लोन या एजुकेशन लोन जैसी अलग-अलग ऋण हों। इससे आपके फाइनेंशियल व्यवहार में विविधता और संतुलन दिखाई देता है, जो स्कोर में सकारात्मक भूमिका निभाता है।
4. सभी भुगतान समय पर करें
EMI, क्रेडिट कार्ड बिल, पर्सनल लोन या अन्य कोई भी भुगतान — अगर समय पर न किया जाए तो वह डिफॉल्ट माना जाता है और यह स्कोर को काफी गिरा देता है। इसक असर ये होता है कि एक भी लेट पेमेंट से स्कोर में 30 से 100 अंक तक की गिरावट हो सकती है।बार-बार डिफॉल्ट करने से आप भविष्य में लोन के लिए 'हाई रिस्क' ग्राहक माने जाएंगे। इसके लिए
ऑटो-डेबिट सेट करें ताकि कोई भुगतान मिस न हो।EMI कैलेंडर बनाएं और हर माह के शुरुआत में उसे रिव्यू करें।
5. पुराने क्रेडिट कार्ड बंद न करें
पुराने कार्ड का उपयोग कम हो सकता है लेकिन यह आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की उम्र को लंबा करता है — जो एक महत्वपूर्ण स्कोरिंग फैक्टर है। अगर कार्ड बंद कर देंगे तो आपकी कुल क्रेडिट लिमिट कम हो जाएगी, जिससे क्रेडिट उपयोग प्रतिशत बढ़ेगा। क्रेडिट हिस्ट्री छोटी हो जाएगी, जिससे स्कोर घट सकता है, जब तक कोई वार्षिक शुल्क या फ्रॉड जैसी समस्या न हो, पुराने एक्टिव कार्ड को चालू रखें।