स्वास्थ्य बीमा में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी, जानिए इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस में क्या है महिलाओं की पसंद
भारतीय महिलाओं का वित्तीय सशक्तिकरण अब एक मजबूत और बढ़ती हुई प्रक्रिया बन चुका है। बीमा, निवेश, और स्वास्थ्य सुरक्षा में उनकी भागीदारी ने यह साबित कर दिया है कि वे आर्थिक फैसलों में एक अहम भूमिका निभा रही हैं।

हाल के वर्षों में भारतीय महिलाओं ने अपनी वित्तीय स्थिति पर नियंत्रण बढ़ाते हुए बीमा और सेवानिवृत्ति सुरक्षा में निवेश करने का रुझान दिखाया है। एक रिपोर्ट के अनुसार, अब 44% महिलाएं जो टर्म इंश्योरेंस खरीद रही हैं, वे 1 करोड़ रुपये या उससे अधिक की कवर प्राप्त कर रही हैं। यह आंकड़ा महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण का प्रमाण है, जहां वे न केवल कार्यबल का हिस्सा बन रही हैं, बल्कि डिजिटल वित्तीय उपकरणों तक भी उनकी पहुंच बढ़ रही है।
महिलाओं की बीमा में भागीदारी
पॉलिसीबाजार के आंकड़े बताते हैं कि इस वित्तीय वर्ष में टर्म इंश्योरेंस खरीदने वाली महिलाओं का प्रतिशत बढ़कर 18% हो गया है। इनमें से 49% महिलाएं वे हैं जो वेतनभोगी हैं, जबकि 39% गृहिणियां हैं। यह आंकड़ा महिलाओं के स्वतंत्र वित्तीय योजना की दिशा में बढ़ते कदम को दर्शाता है। बढ़ती हुई कार्यबल में भागीदारी और बदलते लिंग भूमिकाओं के कारण महिलाओं के वित्तीय निर्णय लेने में बदलाव आया है।
टर्म इंश्योरेंस: एक सुरक्षित भविष्य की ओर
पॉलिसीबाजार के मुताबिक, टर्म इंश्योरेंस में महिलाओं की भागीदारी में वृद्धि हुई है, जो दर्शाता है कि महिलाएं अपनी वित्तीय सुरक्षा के लिए गंभीर हो रही हैं। वेतनभोगी महिलाएं सबसे बड़ी और सबसे तेजी से बढ़ती हुई टर्म इंश्योरेंस खरीदारों की श्रेणी में हैं, जो कुल खरीद का 49% हिस्सा बनाती हैं। गृहिणियां 39% हैं, और स्व-नियोजित महिलाएं 12% हैं।
1 करोड़ रुपये और उससे अधिक कवर का रुझान
महिलाएं अब ज्यादा व्यापक सुरक्षा के लिए 1 करोड़ रुपये या उससे अधिक की कवर चुन रही हैं। 49% लोग 50 लाख से 99 लाख रुपये के कवर को पसंद कर रहे हैं, जबकि 34% लोग 1 करोड़ से 1.99 करोड़ रुपये के बीच का कवर ले रहे हैं। यह दिखाता है कि महिलाएं मुद्रास्फीति के प्रभाव से बचने के लिए वित्तीय योजना को और अधिक सशक्त बना रही हैं।
स्वास्थ्य बीमा में महिलाओं की भागीदारी भी बढ़ रही है। 2023 में जहां महिला प्रस्तावकों का प्रतिशत 15% था, 2025 में यह बढ़कर 22% हो गया है। अब महिलाएं 10 लाख रुपये या उससे अधिक के कवर के साथ स्वास्थ्य बीमा चुन रही हैं, जिससे बढ़ते चिकित्सा खर्चों से सुरक्षा मिल सके। 40 साल और उससे अधिक उम्र की महिलाएं 1 करोड़ रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर चुन रही हैं, जिससे उनके प्रीमियम का प्रभावी प्रबंधन हो सके।
निवेश-लिंक्ड बीमा (ULIPs) में महिलाओं का बढ़ता निवेश
फरवरी 2025 तक महिलाओं का ULIPs (निवेश-लिंक्ड बीमा योजनाएं) में निवेश कुल निवेश का 18% हो गया है। महिलाओं का एक तिहाई निवेश सेवानिवृत्ति योजना और बच्चों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए है। इसके अलावा, 31-45 वर्ष की आयु की महिलाएं ULIPs में अग्रणी भूमिका निभा रही हैं, जो जल्दी वित्तीय योजना बनाने की प्रवृत्ति को दर्शाता है।