जानिए क्यों रिजेक्ट हो जाता है आपका Health Insurance Claim, बचने का ये है उपाय
स्वास्थ्य बीमा एक सुरक्षा कवच है, लेकिन इसके लाभों को प्राप्त करने के लिए सही जानकारी और सही प्रक्रिया का पालन करना जरूरी है। बीमा पॉलिसी का हर पहलू समझना और सही समय पर सही कदम उठाना आपको भविष्य में किसी भी दावे की अस्वीकृति से बचा सकता है।

स्वास्थ्य बीमा (Health Insurance) जीवन में एक अत्यधिक महत्वपूर्ण सुरक्षा कवच बन चुका है, लेकिन इसके बावजूद कई बार पॉलिसीधारकों को दावा अस्वीकृति (rejection) का सामना करना पड़ता है। क्या आप जानते हैं कि आपके दावे के अस्वीकृत होने के पीछे कौन से कारण हो सकते हैं? निखिल झा, एक बीमा सलाहकार, ने एक पोस्ट में इसके कुछ मुख्य कारण बताए हैं। आइए इन कारणों पर विस्तार से विचार करें और जानें कि आप इसे कैसे टाल सकते हैं।
1. पहले से मौजूद बीमारियों और चिकित्सा इतिहास का खुलासा न करना
स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लेते समय यदि आपने अपनी पहले से मौजूद बीमारियों जैसे डायबिटीज़ या हाइपरटेंशन को छुपा लिया, तो दावा अस्वीकृत हो सकता है। बीमाकर्ता को आपके द्वारा दी गई जानकारी पर विश्वास होता है, और यदि यह जानकारी गलत या अधूरी है, तो वे आपके दावे को नकार सकते हैं और पॉलिसी को भी रद्द कर सकते हैं। इस स्थिति में, आपने जो भी प्रीमियम भुगतान किया है, वह भी बेकार हो जाता है। इसलिए, पॉलिसी लेने से पहले अपना पूरा चिकित्सा इतिहास सही-सही बताना बेहद जरूरी है।
2. पहले से मौजूद बीमारियों के लिए प्रतीक्षा अवधि
बीमा पॉलिसी में अधिकांश बीमाकर्ता पहले से मौजूद बीमारियों को तुरंत कवर नहीं करते। इसके लिए 3-4 साल की प्रतीक्षा अवधि होती है। यदि आप इस अवधि के दौरान कोई दावा करते हैं, तो बीमा कंपनी उसे अस्वीकार कर सकती है। इसका समाधान यही है कि आप जल्द से जल्द स्वास्थ्य बीमा खरीदें ताकि प्रतीक्षा अवधि पूरी हो सके और आपको भविष्य में परेशानी का सामना न करना पड़े।
3. विशिष्ट उपचारों के लिए प्रतीक्षा अवधि
कुछ चिकित्सा प्रक्रियाओं जैसे कि मोतियाबिंद सर्जरी या घुटने के बदलने की सर्जरी के लिए भी प्रतीक्षा अवधि होती है, जो 2-4 साल तक हो सकती है। यदि आप इस अवधि के दौरान दावा करते हैं, तो दावा खारिज हो सकता है। ऐसे मामलों में, आपको अपनी पॉलिसी की शर्तों को ध्यान से पढ़ना चाहिए और योजना को सही समय पर लेना चाहिए।
4. कमरे के किराए की सीमा और अनुपातिक कटौती
हर स्वास्थ्य बीमा योजना में एक निश्चित कमरे के किराए की सीमा तय की जाती है। यदि आप इस सीमा से अधिक कीमत वाले कमरे में भर्ती होते हैं, तो आपको अनुपातिक कटौती का सामना करना पड़ सकता है, जिससे कुल मुआवजा कम हो सकता है। इसका समाधान यह है कि आप बिना कमरे के किराए की सीमा वाले योजना का चयन करें या अपनी पॉलिसी शर्तों को सही से समझें।
5. गलत या अधूरी दस्तावेज़ीकरण
आपके द्वारा दावों के लिए जो दस्तावेज़ प्रस्तुत किए जाते हैं, उनका सही और पूर्ण होना आवश्यक है। इसमें इनवॉइसेज़, डॉक्टर का पर्चा और चिकित्सा रिपोर्ट शामिल हैं। यदि इनमें से कोई दस्तावेज़ गलत या अधूरा होता है, तो दावा अस्वीकृत हो सकता है। इसलिए, जब भी अस्पताल से संबंधित दावों का दावा करें, सभी जरूरी दस्तावेज़ों को सही-सही पेश करें।
6. सिर्फ निदान या निगरानी के लिए अस्पताल में भर्ती
स्वास्थ्य बीमा केवल तब कवर करता है जब अस्पताल में भर्ती होना चिकित्सा रूप से जरूरी हो। यदि किसी व्यक्ति को केवल निरीक्षण या निदान के लिए भर्ती किया गया हो, तो बीमा कंपनी इस प्रकार के खर्चों को कवर नहीं करेगी। इस स्थिति से बचने के लिए, यह सुनिश्चित करें कि अस्पताल में भर्ती होना आवश्यक चिकित्सा उपचार के लिए हो।
7. अस्पताल में भर्ती की चिकित्सा आवश्यकता
बीमा कंपनी केवल उस अस्पताल में भर्ती को कवर करती है जो चिकित्सा रूप से आवश्यक हो। यदि बीमा कंपनी यह तय करती है कि अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं थी, तो दावा खारिज किया जा सकता है। इस प्रकार की समस्या से बचने के लिए, हमेशा सुनिश्चित करें कि आपका अस्पताल में भर्ती होना चिकित्सा दृष्टिकोण से आवश्यक हो।