CEO Fired a job - महिला स्टाफ से इश्क लड़ाना बड़ी कंपनी के सीईओ को पड़ा भारी, मैनेजमेंट ने नौकरी से किया बाहर
CEO Fired a job
N4N Desk - दुनिया भर में टेस्टी कॉफी और टू मिनट मैगी नूडल्स के लिए प्रसिद्ध स्विट्जरलैंड की मल्टीनेशनल कंपनी नेस्ले (Nestlé) के सीईओ लॉरेंट फ्रेक्स को नौकरी से निकाल दिया है। कंपनी ने यह कदम उनके एक सहकर्मी के साथ प्रेम संबंध के कारण उठाया है।
जूनियर महिला स्टाफ से था अफेयर
कंपनी के बयान के अनुसार, फ्रेक्स का अपने एक डायरेक्ट सबऑर्डिनेट (पीए) के साथ रोमांटिक संबंध था। कंपनी ने इसे अपने ‘बिजनेस कोड ऑफ कंडक्ट’ का उल्लंघन माना है। यह घटना नेस्ले की कॉर्पोरेट नीतियों और मूल्यों के प्रति उसकी सख्त रुख को दर्शाती है।
कार्रवाई से पहले की गई पूरी जांच
कंपनी ने बताया कि यह फैसला पूरी तरह से जाँच-पड़ताल के बाद लिया गया है। यह जाँच चेयरमैन पॉल बुल्के की देखरेख में हुई, जिसका नेतृत्व इंडिपेंडेंट डायरेक्टर पाब्लो इस्ला कर रहे थे।
इस जाँच में बाहर के काउंसल की भी मदद ली गई। जाँच के निष्कर्षों के आधार पर ही फ्रेक्स को हटाने का निर्णय लिया गया। यह दर्शाता है कि नेस्ले अपने नैतिक मानकों को लेकर कोई समझौता नहीं करती।
नए सीईओ की नियुक्ति
लॉरेंट फ्रेक्स को हटाने के बाद, उनकी जगह पर तत्काल प्रभाव से फिलिप नवरातिल को सीईओ बनाया गया है। फिलिप नवरातिल पहले कंपनी में ही एक बोर्ड सदस्य और नेस्प्रेसो (Nespresso) के सीईओ के रूप में काम कर रहे थे।
इसके साथ ही कंपनी ने यह सुनिश्चित किया है कि नेतृत्व में कोई बड़ा खालीपन न रहे और कामकाज सुचारू रूप से चलता रहे।
नेस्ले के कॉरपोरेट गवर्नेंस पर असर
यह घटना नेस्ले के कॉरपोरेट गवर्नेंस और एथिक्स पर सवाल उठा सकती है, लेकिन कंपनी ने तेजी से कार्रवाई करके अपनी विश्वसनीयता बचाने की कोशिश की है।
गौरतलब है कि नेस्ले का मजबूत ब्रांड और ग्लोबल मार्केट में गहरी पकड़ है, इसलिए उम्मीद है कि इस घटना का लंबी अवधि में कंपनी की ग्रोथ पर असर सीमित ही रहेगा। कंपनी ने जिस तरह से तत्काल और निर्णायक कदम उठाया है, वह यह भी दिखाता है कि नेस्ले अपनी प्रतिष्ठा और नैतिक मानकों को लेकर कितनी गंभीर है। यह एक सकारात्मक संकेत है कि कंपनी अपने मूल्यों की रक्षा के लिए बड़े फैसले लेने में भी हिचकिचाती नहीं है।