साइबर वॉरफेयर की नई जंग: पहलगाम हमले के बाद भारतीय यूजर्स पर पाकिस्तानी हैकर्स का डिजिटल हमला
पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तानी हैकर्स ने भारत पर साइबर हमला तेज कर दिया है। भारतीय यूजर्स को मालवेयर और फिशिंग अटैक्स के जरिए निशाना बनाया जा रहा है।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद अब पाकिस्तान ने अपनी साजिश को डिजिटल मोर्चे पर आगे बढ़ा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी हैकिंग ग्रुप्स भारतीय नागरिकों और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाकर साइबर हमलों की बौछार कर रहे हैं। इन हमलों का उद्देश्य न केवल संवेदनशील जानकारी चुराना है, बल्कि भारतीय नागरिकों को ऑनलाइन फ्रॉड में फंसाकर नुकसान पहुंचाना भी है।
'ट्रांसपेरेंट ट्राइब' नाम का पाकिस्तानी हैकिंग ग्रुप CrimsonRAT नामक खतरनाक मालवेयर को फैलाने के लिए सरकारी दस्तावेजों जैसी दिखने वाली पीडीएफ फाइल्स भेज रहा है। इन फाइल्स के जरिए यूजर्स के डिवाइस में फिशिंग लिंक डाले जा रहे हैं। जैसे ही कोई यूजर इन फाइल्स को खोलता है, हैकर्स को उसके सिस्टम तक सीधी पहुंच मिल जाती है।
1 मई को HOAX1337 और नेशनल साइबर क्रू जैसे पाक समर्थित हैकिंग ग्रुप्स ने आर्मी पब्लिक स्कूल, नगरोटा और सुंजवान की वेबसाइट को हैक करने की कोशिश की। हालांकि इंडियन साइबर एजेंसियों की सतर्कता के चलते ये हमले नाकाम रहे। 29 अप्रैल को भी रानीखेत और श्रीनगर स्थित आर्मी स्कूलों की वेबसाइट को "IOK हैकर" नाम से निशाना बनाया गया था, जिन पर भड़काऊ और आपत्तिजनक कंटेंट अपलोड करने की कोशिश की गई।
इसके अलावा आर्मी वेलफेयर हाउसिंग ऑर्गेनाइजेशन (AWHO) और वायुसेना के प्लेसमेंट पोर्टल्स पर भी हमले किए गए थे। साइबर एजेंसियों ने समय रहते कार्रवाई कर हमलों को विफल कर दिया। रिपोर्ट के अनुसार अब तक 10 लाख से ज्यादा साइबर अटैक हो चुके हैं, जिनमें से अधिकांश पाकिस्तान से हुए हैं। इसके अलावा बांग्लादेश, मोरक्को और कुछ मिडल ईस्ट देशों से भी हमले किए गए हैं। इनका उद्देश्य भारतीय सिस्टम में सेंध लगाकर जासूसी करना और संवेदनशील डाटा चुराना है।