बिहार के इस एयरपोर्ट से उड़ान के सपनो को इस वर्ष से लगेगा पंख, नक्शा तैयार

N4N डेस्क: भारत-नेपाल अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित पूर्वी चंपारण जिले के करीब चार दशक से उपेक्षित पड़े रक्सौल एयरपोर्ट से उड़ान के सपनो को पंख लगने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. लगभग करीब 300 एकड़ में निर्माण होने वाले एयरपोर्ट के आसपास की बस्ती व ऊंची इमारतों व टावर आदि की जांच के बाद अंचल कार्यालय ने रनवे व एयरपोर्ट की भूमि का नक्शा तैयार किया है।
वही मिल रही जानकारी के अनुसार, आगले माह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एयरपोर्ट के जीर्णोद्धार आदि कार्यों का स्थल निरीक्षण करने की संभावना है। जिसको लेकर प्रशासन द्वारा एयरपोर्ट के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया को त्वरित गति से अंजाम दिया जा रहा है.एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम करीब चार माह पूर्व भूमि चयनित करने रक्सौल पहुचकर मुआयना कर चुकी है. इसके तदुपरांत अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर की संवेदनशीलता को देखते हुए तीन सदस्यीय इंजीनियरों की टीम ने जांच कर रिपोर्ट तैयार किया है. इसके बाद राज्य और केंद्र सरकार ने जिला प्रशासन से तत्काल जांच व पैमाइश कर रिपोर्ट मांगी थी। भूमि चिह्नित कर दाखिल-खारिज व भूमि के सीमांकन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
विदित हो जो भारत सरकार ने देश भर में 100 एयरपोर्ट को शुरू करने की योजना का खाका तैयार किया है. इस योजना के तहत ही बिहार के भी दो एयरपोर्ट का चयन किया गया है। इसमें रक्सौल एयरपोर्ट शामिल है। ताकि हवाई यात्रा सस्ती व जहाज कंपनियों को बेहतर सुविधा देने का भी निर्णय लिया गया है। । सीमावर्ती एयरपोर्ट का जीर्णोद्धार कर अंतरराष्ट्रीय स्तर का आधुनिक बनाए जाने की भी योजना है। उम्मीद जताई जा रही है कि साल 2026 के अंत तक रक्सौल एयरपोर्ट शुरू से हवाई यात्रा शुरू हो जाएगी।