क्या भारत में सस्ते होंगे Apple के iPads और MacBooks? भारत में बढ़ेगी Apple की मैन्युफैक्चरिंग

apple iphone macbook india
apple iphone macbook india- फोटो : Social Media

भारत में Apple के प्रशंसकों के लिए खुशखबरी! टेक दिग्गज Apple अपनी मैन्युफैक्चरिंग को भारत में और बढ़ाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। कंपनी अब सिर्फ iPhone ही नहीं, बल्कि iPads और MacBooks जैसे प्रमुख उत्पादों की भी भारत में मैन्युफैक्चरिंग करने की योजना बना रही है। इस कदम से भारत में इन उत्पादों की कीमतों में कमी आने की उम्मीद जताई जा रही है, जिससे Apple के उत्पाद और भी किफायती हो सकते हैं।

हाल ही में Apple ने भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए अपनी हायरिंग प्रक्रिया को तेज कर दिया है, जो इस बदलाव का स्पष्ट संकेत है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट पर बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और दिल्ली में कई नई जॉब ओपनिंग्स पोस्ट की हैं। इससे यह साफ है कि Apple का उद्देश्य भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग को मजबूती देने के साथ-साथ नौकरी के नए अवसर भी उत्पन्न करना है। फिलहाल, Apple भारत में 3,000 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रही है, और यह संख्या और बढ़ने की संभावना है।

Apple सिर्फ iPhone ही नहीं, बल्कि AirPods, iPads और MacBooks को भी भारत में मैन्युफैक्चर करने का इरादा रखता है। यह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि इससे न केवल तकनीकी विकास में मदद मिलेगी, बल्कि निर्यात भी बढ़ेगा। टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स, फॉक्सकॉन और अन्य सप्लाई चेन पार्टनर्स के सहयोग से Apple की मैन्युफैक्चरिंग प्रक्रिया को और भी तेजी मिलेगी।

Apple का प्रमुख सप्लायर फॉक्सकॉन भारत में iPhone की मैन्युफैक्चरिंग को तेज़ी से बढ़ा रहा है, और अनुमान है कि 2024 तक "मेड इन इंडिया" iPhones का 65% निर्यात किया जाएगा। पांच साल में यह आंकड़ा 84% तक पहुंचने की उम्मीद है। इस वृद्धि से न केवल भारत की तकनीकी क्षमता में इजाफा होगा, बल्कि Apple की ग्लोबल सप्लाई चेन को भी मजबूती मिलेगी।

Apple के इस कदम से भारत में Apple के उत्पादों की कीमतों में कमी आ सकती है, जो भारतीय उपभोक्ताओं के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है। साथ ही, यह भारत को वैश्विक मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में उभरने में भी मदद करेगा।

कुल मिलाकर, Apple की भारत में बढ़ती मैन्युफैक्चरिंग से न केवल भारतीय उपभोक्ताओं को फायदा होगा, बल्कि यह भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए भी एक बड़ा कदम साबित हो सकता है।

Editor's Picks