JSSC CGLपेपर लीक मामला: SIT को मिले नए तथ्य, जांच तेज़

जेएसएससी सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक और फर्जी दस्तावेजों के आरोपों की जांच कर रही एसआईटी को नए तथ्य मिले हैं। शुरुआती जांच में फोटोग्राफ और दस्तावेजों में हेरफेर का खुलासा हुआ है। एसआईटी ने फॉरेंसिक जांच तेज कर दी है, जबकि अब तक 54 शिकायतें दर्ज हो

JSSC CGLपेपर लीक मामला: SIT को मिले नए तथ्य, जांच तेज़

झारखंड स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (जेएसएससी) सीजीएल परीक्षा में पेपर लीक और फर्जी दस्तावेजों से जुड़े मामलों की जांच कर रही विशेष जांच टीम (एसआईटी) को नए तथ्य मिले हैं। हालांकि, शुरुआती जांच में एसआईटी को पेपर लीक का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला, लेकिन यह खुलासा हुआ है कि लीक से जुड़े फोटोग्राफ बाद में तैयार किए गए थे।

मोबाइल टाइमलाइन में छेड़छाड़ का खुलासा

जांच के दौरान यह पाया गया कि परीक्षा के दौरान या उससे पहले गड़बड़ी साबित करने के लिए मोबाइल टाइमलाइन बदलकर फोटोग्राफी की गई थी। छात्रों से पूछताछ में सामने आया कि जिन फोटोग्राफ्स को वे सबूत के रूप में पेश कर रहे थे, उनमें पेपर लीक से संबंधित ठोस प्रमाण नहीं थे। जब उनसे पूछा गया कि उन फोटोग्राफ्स में संबंधित व्यक्ति क्यों नहीं है, तो वे कोई स्पष्ट जवाब नहीं दे पाए।

54 शिकायतें और डीजीपी का सख्त रुख

एसआईटी को अब तक 54 शिकायतें प्राप्त हो चुकी हैं, जिनमें पेपर लीक, संदिग्ध छात्रों और परीक्षा केंद्रों से जुड़ी गड़बड़ियों के आरोप शामिल हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने एसआईटी को मामले की गहराई से जांच के निर्देश दिए हैं। साथ ही, फोटोग्राफ और व्हाट्सएप चैट की सत्यता की पुष्टि के लिए जब्त मोबाइल को फॉरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) भेजा गया है।

फर्जी दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट का खेल

एसआईटी को मिली शिकायतों के मुताबिक, पेपर लीक से जुड़ी फर्जी दस्तावेज और व्हाट्सएप चैट तैयार करने के लिए मोबाइल टाइमलाइन में हेरफेर किया गया।

हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी

झारखंड हाईकोर्ट के आदेश पर गठित एसआईटी, छात्रों और जेएसएससी अधिकारियों द्वारा दर्ज कराए गए दो अलग-अलग मामलों की जांच कर रही है। छात्रों का आरोप है कि परीक्षा से पहले पेपर लीक हुआ, जबकि जेएसएससी अधिकारियों ने दावा किया कि फर्जी दस्तावेजों के जरिए परीक्षा को प्रभावित करने की कोशिश की गई।

आगे की कार्रवाई

सभी प्राप्त साक्ष्यों की गहराई से समीक्षा की जा रही है। एसआईटी जल्द ही मामले की विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी, ताकि परीक्षा में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित की जा सके।

Editor's Picks