Bihar Crime: बेगूसराय में दिन-दहाड़े 'लूट' का डबल गेम, CMS कर्मी से लाखों की छीना-झपटी में रकम पर भी हो गया बड़ा खेला
Bihar Crime: दिन-दहाड़े हुई 'लूट' की घटना ने बेगूसराय में अपराधियों के 'बुलंद हौसलों' पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लेकिन, रकम को लेकर हो रही 'हेराफेरी' ने इस 'लूटकांड' को और भी पेचीदा बना दिया है....
Bihar Crime: बेगूसराय में अपराधियों का 'हौसला बुलंद' है, या फिर 'साजिश' का कोई नया अध्याय लिखा जा रहा है, ये अभी स्पष्ट नहीं है. शहर के बाईपास रोड पर दिन-दहाड़े एक CMS (कैश मैनेजमेंट सर्विस) कर्मी से हथियार के बल पर लाखों रुपये की लूट का मामला सामने आया है. लेकिन, इस 'वारदात' में जितनी सस्पेंस की परतें खुल रही हैं, उतनी ही पुलिस और जनता भी हैरान है.
घटना बुधवार सुबह करीब सवा दस बजे लोहियानगर थाना क्षेत्र के बाईपास रोड स्थित रेलवे ओवरब्रिज पर हुई. पीड़ित सोनू कुमार, जो CMS में कस्टोडियन के पद पर कार्यरत है, मुफस्सिल थाना क्षेत्र के बाजार समिति स्थित स्मार्ट पॉइंट से नकदी लेकर सुभाष चौक स्थित बैंक ऑफ इंडिया में जमा करने जा रहा था. सोनू के पिता दयाराम सिंह ने बताया कि बाईपास रोड पर पीछे से आई एक बाइक पर सवार तीन बदमाशों ने उनके बेटे को ओवरटेक कर रोका. अपराधियों ने पिस्टल पेट पर सटाकर धमकाया और रुपयों से भरा बैग छीनकर फरार हो गए. शुरुआती जानकारी में बताया गया कि बैग में 6 लाख 82 हजार 725 रुपये थे.
लेकिन, कहानी में 'ट्विस्ट' यहीं से आता है. सदर डीएसपी-1 सुबोध कुमार ने मामले की जांच शुरू की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. डीएसपी ने बताया कि पहले सोनू ने पुलिस को बताया था कि 5 लाख 47 हजार रुपये लूटे गए हैं. मगर, थाने में हुई पूछताछ और जांच में ढाई लाख रुपये की 'हेराफेरी' सामने आई है. सोनू ने बाद में बताया कि वह कंपनी के 1 लाख 36 हजार रुपये कल घर ले गया था और आज सुबह उसने 3 लाख 89 हजार रुपये की निकासी की थी.
पुलिस अधिकारी इस मामले को 'संदिग्ध' मान रहे हैं. डीएसपी सुबोध कुमार ने कहा कि कंपनी और पुलिस को पहले दिए गए बयान में 5 लाख 47 हजार रुपये की लूट बताई गई थी, लेकिन अब रकम को लेकर 'विसंगति' है. पुलिस अब सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए इस पूरे मामले की 'छानबीन' में जुटी है कि आखिर लूट की असली रकम कितनी थी, यह किसकी साजिश थी और इसमें कौन-कौन शामिल था.
बहरहाल, दिन-दहाड़े हुई इस 'लूट' की घटना ने बेगूसराय में अपराधियों के 'बुलंद हौसलों' पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लेकिन, रकम को लेकर हो रही 'हेराफेरी' ने इस 'लूटकांड' को और भी पेचीदा बना दिया है. अब देखना ये होगा कि पुलिस की जांच क्या रंग लाती है और इस 'मिस्ट्री' से पर्दा कब उठता है. क्या ये सचमुच एक बड़ी लूट थी, या किसी 'खेल' का हिस्सा?
रिपोर्ट- अजय शास्त्री