Bihar News:बेगूसराय में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ फायरिंग, एक की मौत, दूसरा गंभीर, बस स्टैंड बना मौत का मैदान
Bihar News:बेगूसराय, जो कभी बुद्धिजीवियों का गढ़ कहा जाता था, अब आए दिन अपराध की घटनाओं से सुर्खियों में रहता है।..
Bihar News:बेगूसराय में अपराधियों का तांडव एक बार फिर पूरे जिले को दहला गया। लोहिया नगर थाना क्षेत्र के बाघा इलाके में सोमवार को दिनदहाड़े हुए दोहरे गोलीकांड ने कानून-व्यवस्था की पोल खोल दी। अपराधियों ने पहले से घात लगाकर बैठे दो युवकों पर अंधाधुंध फायरिंग कर दी, जिसमें एक की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज सदर अस्पताल में जारी है।मृतक युवक की पहचान अमित कुमार, पिता छोटे महतो, निवासी बाघा, लोहिया नगर थाना क्षेत्र के रूप में हुई है। जबकि घायल युवक का नाम प्रिंस कुमार बताया गया है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, अमित अपने दोस्त प्रिंस के साथ इलाके के एक बगीचे में बैठा था। तभी अचानक वहां पहुंचे हथियारबंद अपराधियों ने ताबड़तोड़ गोलियां चलानी शुरू कर दी। गोलियों की आवाज से इलाके में भगदड़ मच गई और घटनास्थल पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
स्थानीय लोगों ने किसी तरह दोनों घायलों को सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने अमित कुमार को मृत घोषित कर दिया। जबकि प्रिंस कुमार की स्थिति अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
इस नृशंस हत्या के बाद परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा और रोष प्रकट किया। पूरे शहर में इस वारदात को लेकर भय और गुस्से का माहौल बना हुआ है। लोगों का कहना है कि अपराधी अब दिन के उजाले में भी गोलियां बरसाकर आराम से फरार हो रहे हैं, और पुलिस महज मूकदर्शक बनी हुई है।
पुलिस के अनुसार, यह हत्या आपसी रंजिश का परिणाम हो सकती है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि मृतक अमित कुमार बेरियल काटने का काम करता था, और इसी पेशे को लेकर कुछ लोगों से उसका विवाद चल रहा था। पुलिस इस पहलू को गंभीरता से जांच रही है।
घटना की जानकारी मिलते ही मुफस्सिल थाना और लोहिया नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी। इस संबंध में एसपी मनीष कुमार ने बताया कि यह मामला आपसी विवाद का प्रतीत होता है और मृतक का आपराधिक इतिहास भी खंगाला जा रहा है। उन्होंने कहा, "हम हर एंगल से जांच कर रहे हैं, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।"
लेकिन सवाल ये है कि जब अपराधी खुलेआम गोलियां बरसा रहे हैं और हथियार लहराते हुए निकल जा रहे हैं, तो क्या बेगूसराय की सड़कों पर अब कानून का इकबाल खत्म हो चुका है? जनता जवाब मांग रही है... और जल्दी।
रिपोर्ट- अजय शास्त्री