Bihar Crime: दरभंगा में बड़ा घोटाला, 433 क्विंटल धान का फर्जी स्टॉक,गोदाम खाली, स्टॉक रजिस्टर में थी इंट्री
Bihar Crime: धान अधिप्राप्ति को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। सनहपुर पैक्स में बिना वास्तविक खरीद किए ही 433 क्विंटल धान स्टॉक में चढ़ा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
Bihar Crime: दरभंगा जिले के सिंहवाड़ा प्रखंड में धान अधिप्राप्ति को लेकर एक बड़ा फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। सनहपुर पैक्स में बिना वास्तविक खरीद किए ही 433 क्विंटल धान स्टॉक में चढ़ा देने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस गंभीर अनियमितता की शिकायत पैक्स के कार्यकारिणी सदस्यों ने डीएम और बीडीओ को की, जिसके बाद प्रशासन तुरंत हरकत में आया और जांच का दायरा तेज़ी से बढ़ा दिया गया।
शिकायत पर कार्रवाई करते हुए सिंहवाड़ा के बीडीओ विक्रम भास्कर ने 20 नवंबर को सनहपुर पैक्स के गोदाम का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जो नज़ारा सामने आया, उसने पैक्स प्रबंधन की पोल खोल कर रख दी ।गोदाम पूरी तरह खाली था।बीडीओ के अनुसार भौतिक सत्यापन में एक भी बोरा धान नहीं मिला। इसके बाद बीसीओ के माध्यम से स्टॉक रजिस्टर मांगा गया है, जिससे पता चले कि कागज़ पर दिखाए गए स्टॉक की हकीकत क्या है।
जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ी, नए खुलासे होते गए। निरीक्षण के तुरंत बाद पैक्स पोर्टल से अधिप्राप्ति रिपोर्ट में भी छेड़छाड़ दिखाई दी।तेज नारायण भगत और सहदेव महतो के नाम पर दिखाए गए धान की खरीद को पोर्टल से कैंसिल कर दिया गया।वर्तमान में पोर्टल पर केवल पैक्स अध्यक्ष रामबालक महतो द्वारा 154 क्विंटल धान बेचने का ही विवरण दिखाई दे रहा है।
हरिश्चंद्र मिश्र, नीरज कुमार झा, रमेश साह, मुन्त्री देवी, आशा देवी, सुबोध झा सहित कार्यकारिणी सदस्यों ने आरोप लगाया कि अधिप्राप्ति प्रक्रिया को बिना किसी बैठक के ही फर्जी तरीके से शुरू कर दिया गया।
उनके अनुसार पैक्स अध्यक्ष ने स्वयं 155 क्विंटल,रामचंद्र भगत के नाम से 140 क्विंटलऔर सहदेव महतो के नाम से 138 क्विंटल धान की अधिप्राप्ति दिखा दी।लेकिन सच्चाई यह है कि गोदाम में भंडारण शून्य है।
सिंहवाड़ा प्रखंड में इस बार धान अधिप्राप्ति बेहद धीमी है। ज्यादातर किसान पैक्स को बाइपास कर सीधे व्यापारियों को नकद में धान बेच रहे हैं। ऐसे में सामने आया यह फर्जीवाड़ा पैक्स व्यवस्था की पारदर्शिता, नियमन, और जवाबदेही पर गहरे सवाल खड़े करता है।प्रशासन अब पूरे मामले की विस्तृत जांच कर रहा है और माना जा रहा है कि जांच आगे बढ़ने पर और भी बहुत सी अनियमितताओं का खुलासा हो सकता है।
रिपोर्ट- वरुण कुमार ठाकुर