Bihar Crime: गया में कानून का चीरहरण, शादी के मंडप में खूनी तांडव, डायल 112 पर खूंखार भीड़ का हमला, महिला सिपाही से बदसलूकी, पुलिस अधिकारी लहूलुहान
Bihar Crime: एक बार फिर अराजकता का नंगा नाच देखने को मिला है! ...
Bihar Crime: गया जिले में एक बार फिर अराजकता का नंगा नाच देखने को मिला है. डोभी थाना क्षेत्र के धर्मपुर गांव में रविवार की रात एक खुशियों भरे शादी समारोह में अचानक हिंसा की ऐसी आग भड़की कि कानून के रखवालों को भी अपनी जान बचाना मुश्किल हो गया। मामूली कहासुनी को शांत कराने पहुंची डायल 112 की टीम पर ग्रामीणों की खूंखार भीड़ ने जानलेवा हमला कर दिया। इस शर्मनाक घटना में न केवल महिला सिपाही शीला कुमारी के साथ अभद्र और अपमानजनक व्यवहार किया गया, बल्कि पुलिस अधिकारी अजय कुमार सिंह भी गंभीर रूप से घायल हो गए। उपद्रवी भीड़ ने डायल 112 के सरकारी वाहन को भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर डाला। हालांकि, पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस मामले में चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अन्य अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना की शुरुआत धर्मपुर गांव में एक साथ आयोजित हो रहे दो शादी समारोहों से हुई। गांव के ही अजय ठाकुर और साहेब ठाकुर के घरों में उनकी बेटियों की बारात एक ही समय पर आने वाली थी। बारात के आगमन से पहले, दोनों पक्षों के लोग गांव के मंदिर में देवी-पूजन के लिए इकट्ठा हुए थे। इसी दौरान, डीजे पर गाना बजाने को लेकर दोनों पक्षों के बीच तीखी बहस शुरू हो गई। मामूली कहासुनी देखते ही देखते इतना बढ़ गई कि साहेब ठाकुर के परिजनों ने हालात बेकाबू होते देख तत्काल डायल 112 पर फोन कर पुलिस से मदद की गुहार लगाई।
सूचना मिलते ही, डायल 112 की एक त्वरित प्रतिक्रिया टीम, जिसमें जांबाज पुलिस अधिकारी अजय कुमार सिंह और महिला सिपाही शीला कुमारी शामिल थे, तुरंत घटनास्थल पर पहुंची और दोनों पक्षों के बीच बढ़ते तनाव को शांत करने की कोशिश में जुट गई। लेकिन, शांति स्थापित करने की कोशिश कर रही पुलिस टीम पर अजय ठाकुर और उनके हथियारबंद समर्थकों की भीड़ ने अचानक हमला बोल दिया।
गुस्साई भीड़ ने कानून को ताक पर रखते हुए पुलिस टीम पर जमकर कहर बरपाया। उपद्रवी भीड़ ने डायल 112 के सरकारी वाहन पर पत्थरों की अंधाधुंध बरसात कर दी, जिससे वाहन का शीशा पूरी तरह से टूट गया और वह बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया।महिला सिपाही का अपमान: हमलावरों ने सारी मर्यादाएं लांघते हुए ड्यूटी पर तैनात महिला सिपाही शीला कुमारी के साथ बेहद अभद्र और अपमानजनक व्यवहार किया, जिसने इस पूरी घटना की गंभीरता को और भी बढ़ा दिया।पुलिस अधिकारी लहूलुहान: कानून व्यवस्था बनाए रखने की कोशिश कर रहे पुलिस अधिकारी अजय कुमार सिंह को भीड़ ने घेर लिया और बेरहमी से पीटा, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।घटना की जानकारी मिलते ही, डोभी थाने से अतिरिक्त पुलिस बल तुरंत मौके पर पहुंचा और बड़ी मुश्किल से स्थिति को नियंत्रण में किया। हमले में घायल हुए पुलिसकर्मियों को आनन-फानन में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, डोभी में इलाज के लिए ले जाया गया।
डोभी थाने के थानाध्यक्ष मुकेश कुमार ने इस सनसनीखेज हमले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना में सीधे तौर पर शामिल चार मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए इन आरोपियों के नाम हैं:अजय ठाकुर (निवासी करमौनी, गया),संजीत कुमार (निवासी फतेहपुर, गया),पंकज कुमार (निवासी दुबहल, मगध मेडिकल कॉलेज थाना क्षेत्र, गया),आनंद राज (निवासी गेरुआ गांव, हंटरगंज थाना क्षेत्र, चतरा, झारखंड)
हालांकि, इस खूनी तांडव में शामिल दो अन्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं, और पुलिस उनकी धरपकड़ के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। पुलिस ने इस गंभीर मामले में भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 353 (सरकारी कर्मचारी पर हमला), 147 (दंगा), 323 (स्वेच्छा से चोट पहुँचाना), और 509 (महिला की गरिमा को ठेस पहुँचाने का इरादा) के तहत संगीन धाराओं में मामला दर्ज किया है।
यह घटना एक बार फिर बिहार में भीड़ की बेलगाम हिंसा और कानून व्यवस्था की कमजोर होती पकड़ को उजागर करती है। शादी जैसे पवित्र और खुशी के अवसर पर हुई इस शर्मनाक घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। अब देखना यह है कि पुलिस फरार आरोपियों को कब तक गिरफ्तार कर पाती है और इस मामले में दोषियों को क्या सजा मिलती है।