Bihar Crime: गयाजी में सबेरे सबेरे मॉब लिंचिंग,युवक की पीट-पीटकर हत्या, गांव में तनाव

Bihar Crime:एक युवक की पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या के बाद पूरे गांव में सनसनी फैल गई है, वहीं मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गुस्साए लोगों ने शव उठाने से इनकार कर पुलिस के खिलाफ जमकर हंगामा किया।..

गयाजी में सबेरे सबेरे मॉब लिंचिंग- फोटो : social Media

Bihar Crime:बिहार के गया जिले में बुधवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। मानपुर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के जगदीशपुर गांव में 26 वर्षीय युवक रौशन कुमार की बेरहमी से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है, वहीं मृतक के परिजन आक्रोशित होकर सड़क पर उतर आए हैं।

स्थानीय लोगों पर हत्या का आरोप

प्राप्त जानकारी के अनुसार, रौशन कुमार की पिटाई गांव के ही कुछ लोगों ने की। फिलहाल, पिटाई के पीछे की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है, लेकिन आशंका जताई जा रही है कि किसी पुराने विवाद या आपसी रंजिश के चलते इस घटना को अंजाम दिया गया। रौशन की मौत इतनी बेरहमी से हुई कि देखने वालों के रोंगटे खड़े हो गए।

गांव में तनाव, पुलिस से झड़प

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन परिजनों ने शव को उठाने से रोक दिया और जमकर हंगामा किया। परिजन आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और हत्या की साजिश की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं।पुलिस प्रशासन ग्रामीणों को शांत कराने की कोशिश में जुटा है, लेकिन लोगों का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा। परिजनों का कहना है कि रौशन की हत्या सुनियोजित साजिश के तहत की गई है और दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है।

मामले की जांच में जुटी पुलिस

मुफस्सिल थाना की पुलिस ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच शुरू कर दी गई है। मृतक के परिजनों के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजने की कोशिश की जा रही है, लेकिन परिजनों का विरोध अब भी जारी है।

न्याय की मांग

इस घटना ने एक बार फिर भीड़तंत्र और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आखिर एक युवक को इतनी बेरहमी से क्यों पीटा गया? क्या यह आपसी रंजिश थी या भीड़ की हिंसा का शिकार हुआ रौशन? इन सभी सवालों के जवाब जांच के बाद ही सामने आ सकेंगे। फिलहाल गांव में तनावपूर्ण माहौल है और भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।अब देखना है कि प्रशासन पीड़ित परिवार को कितना न्याय दिला पाता है और दोषियों पर कब तक कार्रवाई होती है।