Muzaffarpur Gangrape: शौच के लिए निकली युवती से गांव के तीन 'हैवानों' ने किया सामूहिक दुष्कर्म, दो गिरफ्तार, इंसानियत शर्मसार
Muzaffarpur Gangrape: एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है।...
Muzaffarpur: जो कभी अपनी लीची और सांस्कृतिक विरासत के लिए जाना जाता था, अब एक बार फिर अपराध की सुर्खियों में है। जिले के रामपुर हरी थाना क्षेत्र के एक गांव में मंगलवार देर शाम एक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। गांव के ही तीन युवकों ने इस घिनौने कृत्य को अंजाम दिया, जिसने न केवल पीड़िता के जीवन को उजाड़ दिया, बल्कि समाज के माथे पर एक और काला धब्बा लगा दिया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन तीसरा आरोपी अभी भी फरार है।
मंगलवार की देर शाम, रामपुर हरी थाना क्षेत्र के एक गांव में एक युवती शौच के लिए घर से बाहर निकली थी। यह वही रोजमर्रा का काम था, जो ग्रामीण भारत में लाखों महिलाएं करती हैं। लेकिन उस शाम, तीन युवकों ने उसकी जिंदगी को नरक बना दिया। गांव के ही इन तीन 'हैवानों' ने सुनसान जगह का फायदा उठाकर युवती को घेर लिया और उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। पीड़िता की चीखें शायद आसमान तक गईं, लेकिन उस वक्त कोई मदद के लिए नहीं आया। घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए, यह सोचकर कि उनका अपराध शायद अंधेरे में दब जाएगा।
घटना की सूचना मिलते ही रामपुर हरी थाना पुलिस हरकत में आई। पुलिस की टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की और पीड़िता के बयान के आधार पर तीनों आरोपियों की पहचान की। त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, जिनके नाम अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। तीसरा आरोपी अभी भी फरार है, और पुलिस उसकी तलाश में छापेमारी कर रही है। पुलिस ने पीड़िता को मेडिकल जांच के लिए भेजा है और प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
बहरहाल मुजफ्फरपुर जिला, खासकर रामपुर हरी थाना क्षेत्र, पहले भी अपराध की कई घटनाओं के लिए सुर्खियों में रहा है। यह वही क्षेत्र है, जहां भ्रष्टाचार के मामले में शिक्षकों और लोकसेवकों की संख्या सबसे ज्यादा है, जैसा कि निगरानी विभाग की हालिया रिपोर्ट में उजागर हुआ था। अब इस क्षेत्र ने सामूहिक दुष्कर्म जैसी जघन्य घटना के साथ अपनी बदनामी की फेहरिस्त में एक और अध्याय जोड़ लिया है। ग्रामीण इलाकों में शौचालयों की कमी और महिलाओं की सुरक्षा के लिए अपर्याप्त इंतजाम इस तरह की घटनाओं को बढ़ावा दे रहे हैं। सरकार के 'स्वच्छ भारत' और 'बेटी बचाओ' जैसे नारे यहाँ खोखले नजर आते हैं, जब एक युवती को शौच के लिए बाहर जाना भी इतना खतरनाक साबित होता है।
रिपोर्ट- मणिभूषण शर्मा