Bihar Crime: धांय-धांय-धांय! गोलियों की तड़तड़ाहट से दहला पटना के बाढ़ का इलाका, दो को लगी गोली, एक की हालत गंभीर
Bihar Crime: राजधानी पटना से सटे बाढ़ थाना क्षेत्र के पूरा गाँव में रक्तपात का नंगा नाच हुआ। लेन-देन के तुच्छ विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि दो गुटों के बीच ख़ूनी जंग छिड़ गई...
Bihar Crime: राजधानी पटना से सटे बाढ़ थाना क्षेत्र के पूरा गाँव में रविवार शाम करीब पाँच बजे रक्तपात का नंगा नाच हुआ। लेन-देन के तुच्छ विवाद ने इतना भयानक रूप ले लिया कि दो गुटों के बीच ख़ूनी जंग छिड़ गई और देखते ही देखते अंधाधुंध फायरिंग शुरू हो गई। कर्ज के पैसों की वसूली को लेकर भड़की यह आग इस कदर फैली कि दोनों ओर से लगभग 20 राउंड गोलियाँ दागी गईं, जिससे पूरा इलाका दहशत के साए में डूब गया।
इस हिंसक तांडव में वीरू पांडे (45) के पेट में गोली लगी, जबकि संतोष पांडे (55) के पैर में भी गोली धंस गई। दोनों घायलों को तुरंत अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें पीएमसीएस (PMCH) रेफर कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों की मानें तो यह ख़ूनी खेल संतोष पांडे और मनीष पांडे के बीच चले आ रहे पुराने लेन-देन के विवाद का नतीजा है। रविवार को यह बहस इतनी बढ़ गई कि एक पक्ष ने अचानक गोलियाँ बरसाना शुरू कर दिया। बीच-बचाव करने आए वीरू पांडे भी इस गोलीबारी के शिकार हो गए।
फायरिंग की तीव्रता इतनी ज़्यादा थी कि पूरे गाँव में अफरा-तफरी मच गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए घरों में दुबक गए। घटना स्थल से पुलिस ने पाँच खोखे बरामद किए हैं, जिससे साफ़ होता है कि गोलियाँ देसी कट्टे और रिवॉल्वर जैसे हथियारों से चलाई गई थीं।
इस ख़ूनी टकराव में केवल गोलीबारी ही नहीं हुई, बल्कि मारपीट में विजय शंकर पांडे और मनीष कुमार पांडे भी बुरी तरह घायल हुए हैं, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
घटना की सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष ब्रजकिशोर सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुँची और इलाके को तुरंत सील कर दिया गया। फिलहाल, पुलिस ने एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है और उससे गहन पूछताछ जारी है। लेकिन, बाकी हमलावर अभी भी हथियारों समेत फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस की कई टीमें दबिश दे रही हैं।
इस भयावह घटना के बाद गाँव में तनाव का माहौल गहरा गया है। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पुलिस ने गाँव में गश्त बढ़ा दी है। पुलिस दोनों पक्षों से बयान दर्ज कर रही है और शांति बहाल करने के लिए कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।
बाढ़ का यह मामला सिर्फ़ एक आपसी रंजिश का नतीजा नहीं, बल्कि स्थानीय स्तर पर तेज़ी से बढ़ती आपराधिक प्रवृत्ति का एक खतरनाक उदाहरण है। उधारी के मामूली पैसों से शुरू हुआ यह विवाद अब ख़ूनी टकराव में बदल चुका है....