Patna Crime: मां बनी फिरौतीखोर, मायके की गरीबी मिटाने के लिए बेटे के अपहरण की रची साजिश, कारोबारी पति से मांगे 21 लाख

Patna Crime: पटना से एक ऐसा मामला सामने आया जिसने रिश्तों के सारे मायने बदल दिए। यहां एक मां ने ही अपने ग्यारह साल के मासूम बेटे का अपहरण करवा डाला

मायके की गरीबी मिटाने के लिए बेटे का अपहरण की साजिश- फोटो : Meta

Patna Crime: पटना  से एक ऐसा मामला सामने आया जिसने रिश्तों के सारे मायने बदल दिए। यहां एक मां ने ही अपने ग्यारह साल के मासूम बेटे का अपहरण करवा डाला वो भी अपने मायके की गरीबी दूर करने के लिए! मामला ताराचक गांव का है, जहां रहने वाली अंजू देवी ने पति से रुपये ऐंठने के लिए अपने ही बेटे के “किडनैपिंग ड्रामा” की पटकथा लिख डाली।

पुलिस के मुताबिक, अंजू देवी ने अपने बेटे को पटना सिटी में मौसी के घर भेज दिया और फिर पति सुनील मेहता, जो कि आटा-चावल के कारोबारी हैं, को फोन कर 21 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। कॉल किसी अंजान नंबर से आया था, जिसने कहा  “आपके बेटे को अगवा कर लिया गया है, 21 लाख दो, वरना अंजाम बुरा होगा।” इस धमकी भरे कॉल ने कारोबारी सुनील मेहता के पैरों तले जमीन खिसका दी।

घबराए पिता ने तत्काल दानापुर थाना में बच्चे के अपहरण की शिकायत दर्ज कराई। मामला सिटी एसपी पश्चिमी भानु प्रताप सिंह तक पहुंचा तो एएसपी के नेतृत्व में थानेदार प्रशांत भारद्वाज की एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने तेजी से सीसीटीवी फुटेज और कॉल डिटेल्स खंगालने शुरू किए। तभी पुलिस को कुछ गड़बड़ी का एहसास हुआ—कॉल लोकेशन पटना सिटी की मिली, जबकि बच्चे का अपहरण दानापुर से बताया जा रहा था।

पुलिस ने दबिश दी तो पूरा सच सामने आ गया। मौसी संजू देवी ने पूछताछ में राज़ खोल दिया—यह पूरा अपहरण मां अंजू देवी की साजिश थी। उसने अपने मायके वालों के साथ मिलकर बेटे को मौसी के घर भिजवाया था। फिर मामा रोविंस कुमार और पड़ोसी अनिल कुमार ने नया सिम लगाकर कारोबारी पिता को फोन किया और फिरौती मांगी।

साजिश का मकसद था पति से पैसे निकलवाकर मायके की गरीबी मिटाना। अंजू का विश्वास था कि पति बेटे की जान बचाने के लिए बिना सवाल पैसे दे देगा और वो रकम बाद में “आर्थिक मदद” के नाम पर अपने मायकेवालों में बांट देगी।

लेकिन किस्मत ने उसका खेल पलट दिया। सिर्फ छह घंटे में पुलिस ने जालसाजी का पर्दाफाश कर पटना सिटी के आलमगंज इलाके से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।अब पुलिस ने इस हैरान करने वाले केस में मां अंजू देवी, मौसी संजू देवी, मौसा पंकज कुमार, मामा रोविंस कुमार और अनिल कुमार  पांचों को गिरफ्तार कर लिया है।सिटी एसपी के शब्दों में  “यह मामला महज़ लालच नहीं, बल्कि रिश्तों के विश्वास पर सबसे बड़ा वार है।”