Attack on Bihar Police: बिहार में फिर पुलिस पर हमला, दारोगा के सिर पर गहरी चोट, हालत गंभीर

Attack on Bihar Police: बिहार में खाकी पर फिर हमला हुआ है। हमले में दारोगा गंभूर रुप से घायल हो गए हैं।...

बिहार में खाकी पर फिर हमला - फोटो : social Media

Attack on Bihar Police:बिहार में पुलिस पर हमला थमता नजर नहीं आ रहा है। एक बार फिर तस्करों ने खाकी को निशाना बनाया है।बिहार में शराबबंदी के बावजूद तस्करी और अवैध कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। रोहतास जिले के बिक्रमगंज थाना क्षेत्र से एक और सनसनीखेज घटना सामने आई है, जहां शराब माफियाओं ने उत्पाद विभाग की टीम पर हमला कर दिया। इस हमले में सब-इंस्पेक्टर अभिजीत कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। उनके सिर में गहरी चोट आई है और उन्हें एक निजी अस्पताल के ऑपरेशन थिएटर में भर्ती कराया गया है।

घटना सोमवार देर रात की बताई जा रही है। गुप्त सूचना पर उत्पाद विभाग की टीम धारूपुर वार्ड 21 में छापेमारी के लिए पहुंची थी। टीम ने मौके से शराब की खेप बरामद की। इसी दौरान स्थानीय लोगों और तस्करों ने मिलकर अचानक हमला बोल दिया। पत्थरबाजी और धक्का-मुक्की में अफरातफरी मच गई। हमलावर जब्त की गई शराब छीनकर मौके से फरार हो गए।

उत्पाद विभाग बिक्रमगंज के प्रभारी भिखारी राम ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि छापेमारी सफल हो रही थी, तभी माफियाओं ने ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस टीम को घेर लिया। इस दौरान सब-इंस्पेक्टर अभिजीत कुमार को गंभीर चोटें आईं। फिलहाल उनका इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है।

रोहतास में यह कोई पहली घटना नहीं है। शराबबंदी लागू होने के बाद से कई बार छापेमारी के दौरान पुलिस और उत्पाद विभाग की टीम पर हमले हो चुके हैं। कई मामलों में पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं। बावजूद इसके शराब माफिया का नेटवर्क लगातार सक्रिय है और खुलेआम कानून-व्यवस्था को चुनौती दे रहा है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि शराबबंदी की आड़ में तस्करों का गढ़ बन चुके इलाकों में पुलिस की हर कार्रवाई का सामना हिंसक विरोध से होता है। ऐसे हालात में न केवल कानून-व्यवस्था सवालों के घेरे में है बल्कि पुलिसकर्मियों की सुरक्षा भी बड़ा मुद्दा बन चुकी है।

इ घटना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि शराबबंदी के आठ साल बाद भी बिहार में शराब माफिया और प्रशासन के बीच जंग अब तक थमी नहीं है, बल्कि हर रोज और खतरनाक होती जा रही है।