Education Department Vehicle: शिक्षा विभाग की सरकारी गाड़ी का निजी उपयोग, बीईओ के स्कॉर्पियो ने मारी जोरदार टक्कर,बाइक सवार 3 लोगों की दर्दनाक मौत
Education Department Vehicle: रोहतास में एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें शादी में जा रहे तीन युवकों को शिक्षा विभाग की गाड़ी ने रौंद दिया।

Education Department Vehicle: रोहतास में एक भयानक सड़क दुर्घटना हुई है, जिसमें शादी में जा रहे तीन युवकों को एक स्कॉर्पियो ने रौंद दिया। इस हादसे में युवकों की घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। स्कॉर्पियो पर दावथ के बीईओ का बोर्ड लगा हुआ था।
मृतकों की पहचान और मातम में डूबा गांव
मृत युवकों की पहचान मुजनू गांव के निवासी मंतोष कुमार (20), भुअर कुमार (18) और सजन कुमार (22) के रूप में की गई है। तीनों आपस में घनिष्ठ मित्र थे और किसी शादी समारोह में शामिल होने के लिए रामनगर जा रहे थे। घटना के बाद मुजनू गांव में कोहराम मच गया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है और पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
शादी समारोह की खुशियां मातम में बदलीं
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, तीनों युवक बाइक से शादी समारोह में जा रहे थे। रास्ते में सामने से आ रही स्कॉर्पियो ने तेज रफ्तार में उन्हें सीधी टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि बाइक के परखच्चे उड़ गए और तीनों युवकों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।
हादसे के बाद घटनास्थल पर अफरा-तफरी
हादसे के बाद मौके पर ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा हो गई। लोग जब स्कॉर्पियो के पास पहुंचे, तो देखा कि उस पर “बीईओ दावथ” (प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी, दावथ) का बोर्ड लगा हुआ है। इससे ग्रामीणों में आक्रोश था.
पुलिस ने गाड़ी जब्त कर शुरू की जांच
घटना की सूचना मिलते ही नोखा थाना प्रभारी दिनेश मलाकार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल, सासाराम भेजा गया। वहीं, स्कॉर्पियो को भी जब्त कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि वाहन पर लगे सरकारी बोर्ड की सत्यता की जांच की जा रही है।
क्या सरकारी कार्य में उपयोग हो रही थी गाड़ी?
इस हादसे ने शिक्षा विभाग के वाहनों के उपयोग को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों का आरोप है कि विभागीय वाहन अक्सर तेज रफ्तार में चलते हैं और नियमों की अनदेखी करते हैं। अब पुलिस यह भी जांच कर रही है कि स्कॉर्पियो किस उद्देश्य से चल रही थी और उसमें कौन लोग सवार थे।
मुआवजे की मांग और शांतिपूर्ण विरोध
घटना के बाद पीड़ित परिवारों और ग्रामीणों ने प्रशासन से उचित मुआवजे की मांग की है। उनका कहना है कि मृतक युवक कम उम्र के थे और अपने परिवार की आर्थिक रीढ़ थे। वहीं, गुस्से के बावजूद गांव में शांति का माहौल बना रहा और लोगों ने प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।
न्याय और जवाबदेही की दरकार
यह दर्दनाक हादसा न केवल तीन युवाओं की जान लेकर गया, बल्कि यह भी दिखाता है कि सरकारी संसाधनों के उपयोग में कितनी लापरवाही बरती जा रही है। अब सभी की निगाहें पुलिस की जांच और प्रशासन की कार्रवाई पर टिकी हैं कि क्या इस मामले में कोई ठोस कदम उठाया जाएगा।
रिपोर्ट- रंजन सिंह राजपूत