Bihar News : नागा, बाबा और नेता को भी महाकुंभ में डुबकी लगा के मर जाना चाहिए, लोकसभा में पप्पू यादव का अजीबोगरीब बयान
मौनी अमावस्या को प्रयागराज में मचे भगदड़ में 30 लोगों की मौत के बाद धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के मृतकों के मोक्ष प्राप्ति वाले बयान पर लोकसभा में बिहार के पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने बड़ा हमला किया है.
Bihar News : पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव ने मंगलवार को लोकसभा में प्रयागराज महाकुंभ में मचे भगदड़ का मामला उठाया. इस दौरान पप्पू यादव ने कहा कि एक बाबा ने कहा कि जो लोग महाकुंभ भगदड़ में मरे हैं उनको मोक्ष मिल गया है, इसलिए कुंभ में आने वाले प्रत्येक नागा, बाबा और बड़े नेता को भी डुबकी लगा के मर जाना चाहिए ताकि उन्हें मोक्ष मिले.
महाकुंभ को लेकर पप्पू यादव का अजब बयान लोकसभा में आया. उन्होंने कहा कि मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ के बाद एक धार्मिक कथावाचक के बयान पर नाराजगी जताई और कहा, "एक बाबा ने कहा कि जो-जो लोग मरे हैं, उनको मोक्ष मिल गया। मैं चाहता हूं कि लगभग बाबा और नागा, जो नेता वहां जाते हैं और जो बड़े पैसे वाले है, उनको भी डुबकी लगाकर मर जाना चाहिए।
पूर्णिया से सांसद यादव ने आगे कहा, "उनका भी कल्याण हो जाएगा और मोक्ष मिल जाएगा। जो ऐसा बोल रहा कि वहां मोक्ष मिलता है तो ऐसे लोगों को भी मोक्ष मिल जाना चाहिए।" इस दौरान उन्होंने मौत के आंकड़ों को लेकर भी अलग दावा किया। उन्होंने कहा कि लोग बता रहे हैं कि महाकुंभ के भगदड़ में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है और उनका हिंदू रीति-रिवाज से अंतिम संस्कार नहीं किया गया है।
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विवादित बयान
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के दिन संगम नोज पर देर रात में भगदड़ मचने से करीब 30 लोगों की मौत हो गई थी. कई लोग घायल हुए थे. इस घटना के बाद ही बाबा धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का मोक्ष को लेकर बयान आया था.उनके बयान पर शंकराचार्य ने ही आपत्ति जताई थी. अब उसी बयान को लेकर पप्पू यादव ने कहा कि हाकुंभ भगदड़ में मरे हैं उनको मोक्ष मिल गया है, इसलिए कुंभ में आने वाले प्रत्येक नागा, बाबा और VIP को भी डुबकी लगा के मर जाना चाहिए ताकि उन्हें मोक्ष मिले.
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने क्या कहा था?
धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने बयान दिया था कि इस देश में प्रतिदिन लोग मर रहे हैं. करोड़ों लोग मर रहे हैं. कुछ दवा के बिना मर रहे हैं, कुछ स्वास्थ्य व्यवस्था के बिना मर रहे हैं. निश्चित रूप से ये (महाकुंभ में भगदड़) जो घटना हुई वो निंदनीय है, लेकिन एक बात बोलें ये महाप्रयाग है. मौत सबकी आएगी. एक दिन सबको मरना है, लेकिन कोई गंगा के किनारे मरेगा तो वो मरेगा नहीं मोक्ष पाएगा. यहां मरा नहीं है कोई, हां असमय चले गए तो दुख है, लेकिन जाना तो सबको है. कोई पहले चला गया, कोई बाद में जाएगा. यहां जो मरे हैं उनकी मृत्यु नहीं हुई है उनको मोक्ष मिला है.