Chaitra Navratri 2025 : चैत्र नवरात्रि पर घटस्थापना के लिए महज 50 मिनट का शुभ समय, जानें तिथि और शुभ मुहूर्त
Chaitra Navratri 2025 : नवरात्रि का पर्व मां दुर्गा की भक्ति और शक्ति की उपासना का विशेष समय होता है. भक्त नौ दिनों तक मां दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा करते हैं और धर्म और आध्यात्म में डूबे रहते हैं.

Chaitra Navratri 2025 : देवी पुराण के अनुसार इस दौरान मां दुर्गा धरती पर निवास करती हैं, जिससे माहौल भक्तिमय हो जाता है. इस साल चैत्र नवरात्रि 30 मार्च 2025 से शुरू होगी. वहीं इसका समापन 6 अप्रैल 2025 को राम नवमी के साथ होगा. नवरात्रि के पहले दिन घटस्थापना के साथ हिंदू नववर्ष की शुरुआत भी होगी और गुड़ी पड़वा का पर्व मनाया जाएगा.
माता के आगमन और प्रस्थान का वाहन :
इस बार नवरात्रि का आरंभ और समापन दोनों ही रविवार को हो रहा है, जिसके चलते मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर आएंगी और उसी पर प्रस्थान भी करेंगी। हाथी पर माता का आगमन बहुत ही शुभ माना जाता है, जो अच्छी वर्षा, समृद्धि और खुशहाली का संकेत देता है। मान्यता है कि देवी की सवारी से आने वाले समय की स्थिति का अनुमान लगाया जाता है, जिसमें प्रकृति, कृषि और समाज पर पड़ने वाले प्रभाव शामिल हैं।
कलश स्थापना शुभ मुहूर्त :
• प्रतिपदा तिथि 29 मार्च 2025, शाम 4:27 बजे
• समाप्त: 30 मार्च 2025, दोपहर 12:49 बजे
• कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त: सुबह 6:13 बजे से 10:22 बजे तक
• अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:01 बजे से 12:50 बजे तक
• शुभ मुहूर्त में कलश स्थापना करने से व्रत और पूजा का विशेष फल प्राप्त होता है।
नवरात्रि का महत्व :
नवरात्रि में मां की पूजा करने से नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है और जीवन में सकारात्मकता आती है। इस दौरान देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है, जो भक्तों को शक्ति, ज्ञान और समृद्धि प्रदान करती हैं।
इस साल नवरात्रि विशेष फलदायी होगी क्योंकि देवी का वाहन हाथी शुभता और समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।