मंगलवार को करें इस दोहे का पाठ, जीवन में होगा चमत्कार , बदल जाएगी जिन्दगी, हनुमान जी का मिलेगा वरदान
मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित होने के कारण, इस दिन सुंदरकांड का पाठ विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है और जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान होता है।

Bajrangbali puja: मंगलवार का दिन मंगल ग्रह और हनुमान जी के लिए समर्पित है। इस दिन बजरंगबली की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों को सभी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। जिन व्यक्तियों का मंगल कमजोर होता है, वे इस दिन कुछ विशेष उपायों के माध्यम से इसे सशक्त बना सकते हैं।
श्रीरामचरितमानस का पांचवां कांड है सुंदरकांड। यह कांड भगवान श्रीराम के परम भक्त हनुमान जी को समर्पित है। इसमें हनुमान जी के अदम्य साहस, अद्वितीय बुद्धि और असीम शक्ति का वर्णन किया गया है।
मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित होने के कारण, इस दिन सुंदरकांड का पाठ विशेष महत्व रखता है। मान्यता है कि मंगलवार को सुंदरकांड का पाठ करने से हनुमान जी की कृपा शीघ्र प्राप्त होती है और जीवन की अनेक समस्याओं का समाधान होता है।
सुंदरकांड पाठ के लाभ
सुंदरकांड का पाठ करने से मन को शांति मिलती है। वहीं तनाव भी दूर भागता है और आत्मविश्वास बढ़ाता है।
हनुमान जी की उपासना से शारीरिक बल और ऊर्जा में वृद्धि होती है। यह रोगों से बचाने में भी सहायक होता है।यहीं नहीं सुंदरकांड का नियमित पाठ आध्यात्मिक विकास में सहायक होता है। यह ईश्वर के प्रति विश्वास को बढ़ाता है और आत्मा को शुद्ध करता है।
हनुमान जी को संकटमोचन कहा जाता है। उनके भजन-कीर्तन से जीवन के सभी संकट दूर होते हैं।सुंदरकांड का पाठ करने से व्यक्ति को कार्यों में सफलता मिलती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
सुंदरकांड पाठ करने की विधि:
समय: सुबह के समय सूर्योदय से पहले सुंदरकांड का पाठ करना सबसे उत्तम माना जाता है। इस समय अगर पाठ नहीं कर पाते हैं तो संध्या के समय में भी इसका पाठ किया जा सकता है।
सुंदरकांड के पाठ से पहले हनुमान जी की पूजा करें और उन्हें लाल फूल, सिंदूर, गुड़ और चने का भोग लगाएं।
सुंदरकांड का पाठ न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से बल्कि मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है। यह जीवन में आने वाली सभी समस्याओं का समाधान करने में सक्षम है।